जयपुर। राजस्थान में निकाय चुनावों में सत्ताधारी कांग्रेस ने 20 जिलों में हुए 90 निकायों के चुनाव में 48 में अपने बोर्ड बनाने में कामयाबी हासिल की जबकि भाजपा ने 37 निकायों में बोर्ड बनाए।
दूसरी ओर एनसीपी, आरएलपी और जनता सेना ने भी एक-एक निकाय में बोर्ड बनाया है। दो निकायों में निर्दलीय अध्यक्ष चुने गए हैं। तीन निकायों में अध्यक्ष निर्विरोध चुने जा चुके हैं। नौ नगर परिषदों में कांग्रेस ने तीन पर और भाजपा ने पांच पर जीत दर्ज की है।
भाजपा ने प्रतिष्ठित अजमेर नगर निगम में चुनाव में बड़ी जीत दर्ज करके यहां अपना बोर्ड बरकरार रखा। यहां भाजपा की बृजलता हाड़ा निर्वाचित हुईं हैं। उन्होंने कांग्रेस की द्रौपदी देवी कोली को 42 मतों के बड़े अंतर से हराया।
उन्हें कुल 61 मत मिले जबकि कांग्रेस की कोली को 19 मत ही मिल पाए। 80 वार्डों में से भाजपा के 48 पार्षद निर्वाचित हुए थे। अजमेर जिले में तीन में भाजपा और दो में कांग्रेस का बोर्ड बना है। इसी प्रकार नागौर नगर परिषद में निर्दलीय जबकि नगर पालिकाओं में पांच में कांग्रेस, दाे में भाजपा और एक में आरएलपी का बोर्ड बना है।
झुंझुनूं जिले में छह कांग्रेस और दो भाजपा, बांसवाड़ा में भाजपा, बीकानेर जिले में एक कांग्रेस, एक भाजपा और एक में एनसीपी, भीलवाड़ा में पांच भाजपा, एक निर्दलीय और एक कांग्रेस, बूंदी जिले में सभी छह निकायों में कांग्रेस, प्रतापगढ़ में एक में भाजपा और एक में कांग्रेस, चित्तौड़गढ़ में दो कांग्रेस एक भाजपा, चूरु जिले में पांच कांग्रेस और तीन में भाजपा, डूंगरपुर में एक कांग्रेस एक भाजपा, हनुमानगढ़ में पांचों पर कांग्रेस, जैसलमेर में भाजपा, जालौर में कांग्रेस, तीन में भाजपा दो में कांग्रेस, पाली जिले में सातों निकायों में भाजपा, राजसमंद में एक में कांग्रेस और एक में भाजपा, सीकर में छह कांग्रेस एक में भाजपा, टोंक में दो में कांग्रेस तीन में भाजपा, उदयपुर जिले में दो में भाजपा, एक में कांग्रेस और एक निर्दलीय का बोर्ड बना है।