इस समय महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव चरम पर है। दोनों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस अपने-अपने उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार में हर हथकंडे अपना रही है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की घोषणा की है। महाराष्ट्र के अकोला जिले में एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर के मूल्य राष्ट्र-निर्माण का आधार हैं। पीएम मोदी ने कहा यह सावरकर के संस्कार ही हैं कि हमने राष्ट्रवाद को राष्ट्र निर्माण के मूल में रखा है।
पीएम के इस बयान के बाद कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने मोदी पर पलटवार करना शुरू कर दिया। विपक्षी दलों को यह डर सता रहा है कि वीर सावरकर को भारत रत्न देने की भाजपा की घोषणा महाराष्ट्र में हो रहे विधानसभा चुनाव में कहीं लहर न पैदा कर दें। गुरुवार काे चुनाव प्रचार करने पहुंचे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। मुंबई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मनमोहन सिंह ने कहा कांग्रेस पार्टी से ज्यादा कोई देशभक्त नहीं है। देश की आजादी की लड़ाई में भाजपा, आरएसएस का नाम भी नहीं था।
देशभक्ति के लिए सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने को लेकर कहा कि आर्टिकल 370 पर कांग्रेस ने समर्थन में वोटिंग किया, विरोध नहीं किया। जिस तरीके से लागू किया गया उसका विरोध किया गया। मनमोहन सिंह ने कहा है कि कांग्रेस वीर सावरकर के खिलाफ नहीं है। इंदिरा गांधी ने उनके नाम से पोस्टल स्टंप लाँच किया था। भारत रत्न देने की मांग एक कमेटी देखती है। इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने प्रेस कॉन्फेंस कर सावरकर को भारत रत्न दिए जाने की मांग का विरोध किया था।
उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा था कि सावरकर को अगर भारत रत्न दिया जाएगा तो नाथूराम गोडसे को भी भारत रत्न मिलेगा। इस मामले में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक चैनल से बातचीत में भाजपा पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा महात्मा गांधी राष्ट्रपिता थे। नाथूराम गोडसे और अन्य उनकी हत्या में दोषी पाए गए। कोई उन्हें सर्वोच्च सम्मान देने के बारे में कैसे सोच सकता है ।यदि आप सावरकर को दे रहे हैं, तो नाथूराम गोडसे को भी भारत रत्न दे दें।गौरतलब है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए जारी घोषणापत्र में भाजपा ने समाज सुधारक ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले के साथ विनायक दामोदर सावरकर को भारत रत्न देने की मांग की है।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिया जवाब बाेले, कांग्रेस क्यों परेशान है
केंद्रीय कानून मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वह इस तरह के राष्ट्रभक्तों को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देने का विरोध कर रही है। प्रसाद ने कहा कि सावरकर को भारत रत्न देने की मांग भाजपा द्वारा अपने घोषणापत्र में उठाए जाने से कांग्रेस क्यों परेशान है। कांग्रेस हमेशा परिवार में ही ‘भारत रत्न’ जुटाती रही। हिन्दुत्व के पैरोकार को भारत रत्न देने की मांग को उचित ठहराते हुए प्रसाद ने कहा कि सावरकर राष्ट्रभक्त थे, जिन्होंने अंडमान जेल में 11 साल गुजारे। कानून मंत्री ने कहा सावरकर ने देश से बदले में कुछ नहीं मांगा।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार