अजमेर। राजस्थान में अजमेर स्थित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बहुचर्चित रद्दी घोटाले के चारों आरोपियों की शनिवार को जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जमानत स्वीकार कर ली।
बहत्तर लाख रुपए के रद्दी घोटाले के ये चारों आरोपी पिछले डेढ़ साल से अजमेर के केंद्रीय काराग्रह में बंद है। एडवोकेट प्रीतम सोनी और जिनेश सोनी ने नियमों के तहत जिला एवं सत्र न्यायाधीश विनोद भारवानी के यहाँ जमानत याचिका प्रस्तुत की जिसे न्यायाधीश ने स्वीकार कर लिया।
आरोपी दिनेश जैन, गोवर्धन पांड्या, अरविन्द शर्मा और इरशाद को न्यायालय ने वकीलों के तर्क से सहमत होकर जमानत पर रिहा करने के आदेश दिए।
गौरतलब है कि रद्दी ठेकेदार फर्म के साथ चारों आरोपियों की मिलीभगत उजागर हुई थी। बोर्ड की आंतरिक जांच कमेटी ने भी मिलीभगत की पुष्टि की थी। मामले में ठेकेदार को आगरा से गिरफ्तार किया गया था।