अजमेर। राजस्थान के अजमेर में मानसून की अच्छी बरसात से ऐतिहासिक आनासागर झील के भराव क्षमता पर आ जाने से रविवार को इससे पानी छोड़ा जाने लगा है।
कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा के साथ सिचाईं विभाग, नगर निगम तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों की सहमति के बाद आज पानी निकासी के लिए आनासागर के चारो गेट दो इंच खोल दिए गए।
सिचाईं विभाग के अधीक्षण अभियंता रवि सारस्वत के अनुसार दो दिन की बरसात से आए पानी के चलते आनासागर अपनी पूरी भराव क्षमता पर आ जाने के कारण यह निर्णय लिया गया।
झील से धीरे धीरे पानी की निकासी की जा रही है ताकि एस्कैप चैनल से निचली बस्तियों की ओर कोई नुकसान नहीं हो।
आनासागर झील से निकलने वाला पानी एस्केप चैनल के जरिए कालाबाग के नाले से होता हुआ ब्रह्मपुरी, तोपदड़ा, पालबीचला, जादूगर, अलवर गेट, नगरा, आदर्श नगर के रास्ते खानपुरा के तालाब में पहुंचता है। इन मार्गों के बीच कई स्थानों पर निचली बस्तियों के रहवासियो के लिए प्रशासन ने सचेत रहने के निर्देश भी जारी किये है।
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया है। अजमेर में शनिवार शाम से चल रहा बरसात का दौर रुक रुक कर सुबह तक जारी रहा। आनासागर की गहराई सोलह फुट है लेकिन उसमें पचास फीसदी दलदल होने के चलते एक दो बरसात में ही उस पर पानी की चादर चलने लग जाती है।
इसी दो दिन की बरसात में आनासागर का पानी पुरानी चौपाटी की ओर फैलता हुआ सड़कों पर आ चला जिसके चलते झील से पानी छोड़ने का निर्णय लेना पड़ा।