अजमेर। दो दिवसीय जल रंग चित्रण कार्यशाला के समापन के अवसर पर जाने-माने वाटर कलर कलाकार देवेंद्र खारोल के सान्निध्य में नव कलाकारों ने प्राकृतिक वातावरण एवं परिवेश में कैनवास पर रंगों को चित्रित करने के हुनर सीखे।
कार्यशाला संयोजक डॉ अनुपम भटनागर ने बताया कि बच्चों को आर्ट रूम से बाहर जाकर प्राकृतिक परिवेश में चित्रों को कैसे चित्रित किया जाता है?, रंगों को किस प्रकार देखा एवं महसूस किया जाता है? खेत खलियान पहाड़ पशु पक्षी आदि को देखकर जल रंगों द्वारा चित्रित करना एवं सिखाना इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य रहा।
गढी मालियान के खेतों एवं रेलवे लाइन के आसपास के प्राकृतिक वातावरण में खारोल ने अपने साथ बच्चों को पूना हैंड मेड शीट पर रेखांकन करना एवं रंगों संयोजित करने की कला में दक्षता के गुर बताए।
कार्यक्रम का संचालन संजय कुमार सेठी ने किया। कार्यशाला में 20 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। आगामी दिनों में अजमेर में वाटर कलर क्लब की स्थापना की जाएगी जो कि आगामी दिनों में जल चित्रण कार्यशाला करेंगे एवं नए कलाकारों को उभरने का अवसर प्रदान करेंगे।