नई दिल्ली/उदयपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के प्रथम वर्ष को उपलब्धियों वाला बताया और कहा कि देश के सामने जो विषय दशकों से खड़े थे, उन्हें सरकार ने सुलझाया है। शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बढ़ रहे हैं, लेकिन विपक्ष इसमें केवल राजनीति खोज रहा है।
शुक्रवार को मोदी सरकार 2.0 के कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर केंद्रीय मंत्री ने राजस्थान के पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370, तीन तलाक, राम मंदिर, नागरिक संशोधन अधिनियम ऐसे विषय थे, जिन्हें सुलझाने की कोई सोच नहीं सकता था, लेकिन हमारी सरकार ने सफलतापूर्वक इनका हल किया है।
कोरोना संकट को जिस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में संभाला गया है, उसकी पूरी दुनिया तारीफ कर रही है। प्रधानमंत्री ने इस संकट को अवसर में बदलकर आत्मनिर्भर भारत की दिशा में देश को ले जाने का काम किया है।
केवल राजनीति खोज रहे कुछ दल
कोरोना संकट के दौरान राजस्थान और केंद्र सरकार के बीच चल रही रस्साकसी पर शेखावत ने आंकड़े गिनाते हुए कहा कि राजस्थान सरकार को पूरा सहयोग किया गया है। साथ ही, हमने राजस्थान में प्रभावी विपक्ष की भूमिका निभाने का काम किया है। राज्य सरकार को हर मौके पर चेताया है। उनकी हर विफलता को जनता के सामने लाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि राजनीति का अखाड़ा बनाने के बजाय राज्य सरकार को सहयोगात्मक रवैये के साथ काम करना चाहिए, ताकि हम मिलकर कोरोना संकट का बेहतर प्रबंधन कर सकें।
सोनिया, राहुल गरीब कल्याण पैकेज नहीं देख पाए
गरीबों को सीधा पैसा देने के प्रश्न पर शेखावत ने कहा कि गरीब कल्याण पैकेज के तहत 42 करोड़ लोगों के खातों में 62 हजार करोड़ रुपए डाले गए, लेकिन मुझे लगता है कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी इसे देख नहीं पाए। ये मानसिकता से जुड़ा विषय है। कांग्रेस के काम करने की पद्धति, उनकी मानसिकता यह है कि तुष्टीकरण के आधार पर, वोटबैंक की राजनीति के आधार पर या अपने चहेते लोगों को रेवड़ियां बांटने के लिए पैसा दें, लेकिन मोदी सरकार और भाजपा की काम करने की पद्धति यह है कि सशक्तीकरण के लिए पैसा दें।
पुलिस का बेड़ा कही न कहीं दबाव में
राज्य में गिरते पुलिस के मनोबल पर शेखावत ने कहा कि पिछले एक महीने में जिस तरह की परिस्थितियां बनीं, विष्णु दत्त नाम के ईमानदार, जांबाज अधिकारी को किस राजनीतिक दबाव की परिस्थिति में सुसाइड करना पड़ा। किन कारणों से सुसाइड हुआ या हत्या हुई, यह अभी जांच का विषय है, लेकिन निश्चित रूप से राजस्थान की जनता के मन में एक प्रश्न है। इस सीरीज में जिस तरह से घटनाएं हुईं, मैं मानता हूं कि पुलिस के बेड़े में कहीं न कहीं इस कारण से दबाव उत्पन्न हुआ है।
राज्य सरकार प्रस्ताव भेजे, मैं सहयोग करूंगा
शेखावत ने कहा कि छोटे कस्बों और शहरों में युवा नए रोजगार स्थापित कर सकें, इस दृष्टिकोण से हमने पिछली सरकार के समय में मुद्रा योजना प्रारंभ की थी। उसे और आगे बढ़ाते हुए आत्मनिर्भर भारत में एमएसएमई की परिभाषा को भी बदला है। जहां तक इंडस्ट्री लगाना का प्रावधान है तो प्रत्यक्ष रूप से राज्य सरकार को पहल करने की जरूरत है। हमने आग्रह किया है कि एग्रीकल्चर, फूड प्रोसेसिंग और मैनिफेक्चरिंग के लिए क्लस्टर का निर्माण करना चाहिए। राज्य सरकार कोई भी प्रस्ताव भेजेगी तो हम उसे सफल कराने का प्रयास करेंगे। मैं व्यक्तिगत रूप से विश्वास दिलाता हूं कि मैं इसके लिए काम करूंगा।
राज्यों की सूची पर जनधन-उज्जवला का लाभ
कहीं-कहीं संपन्न महिलाओं को जनधन-उज्जवला का लाभ देने के प्रश्न पर शेखावत ने कहा कि बीपीएल की लिस्ट राज्य सरकार ने उपलब्ध कराई है। उनकी सूचियां के आधार पर इन योजनाओं में महिलाओं को शामिल किया गया। हो सकता है, कुछ सरकारों ने चहेतों को रेवड़ियां बांटने की परंपरा के चलते सूचियों में गड़बड़ी की होगी। केंद्र सरकार के स्तर पर पिक एंड चूज नहीं किया जाता है।