अलवर। दक्षिण पश्चिमी कमान के लेफ्टिनेंट जनरल चेरिस मैथसन ने कहा कि हम दुश्मन को जवाब देने के लिए तैयार हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल मैथसन ने आज राजस्थान के अलवर में सेना के अलंकरण समारोह में शामिल होने के बाद पत्रकारों से कहा कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुई घटना में 44 जवान शहीद हुए, इससे पूरे देश सहित सेना गुस्से में हैं और इसका बदला निश्चित रूप से लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अभी जंग की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन किस तरह कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई पूरी होगी या अधूरी होगी। किस समय पर किस जगह पर यह लड़ाई लड़ी जाएगी, इसका निर्णय उचित समय पर होगा, लेकिन जवाब जरूर दिया जाएगा।
लेफ्टिनेंट जनरल मैथसन ने कहा कि सेना के जवान चाह हवाई रास्ते हों चाह सड़क रास्ते, या पानी के रास्ते हो, देश की रक्षा में तैनात रहता है। देश का जवान जान देने के लिए तैयार हैं और हम दुश्मन से बदला लेने के लिए पूरी तैयारी में हैं।
उन्होंने कहा कि यह फियादीन हमला नहीं है, यह आतंकी हमला है। फियादीन हमला वह होता है जो अपनी कौम की रक्षा के लिए होता है, लेकिन यह घटिया किस्म के लोग हैं जो इस तरीके की हरकत करते हैं। इस हमले को फियादीन हमला कहकर आतंकी हमलावरों की इज्जत नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आतंकवादी अत्यंत गरीब परिवारों से आते हैं, जो पाकिस्तान में भर्ती होते हैं और उनके परिवारों को दो तीन लाख रुपये का लालच देकर दहशतगर्द बना दिया जाता है। गरीब परिवार का बच्चा तो चला जाता है, लेकिन उन रुपयों से परिवारों का पोषण होता है। ऐसे ही लोग ऐसी हरकत करते हैं।
उन्होंने कहा कि दक्षिण पंजाब उत्तरी राजस्थान में सीमा पर पूरी चाक चौबंद और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है और अगर दुश्मन देश कोई भी कोशिश करता है तो उसका माकूल जवाब दिया जाएगा। हम पूरी तरीह से तैयार हैं और आदेश के इंतजार में हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल मैथसन ने कहा कि जब जम्मू कश्मीर में आतंकियों की संख्या कम हो जाती है तो वो अपनी मंशा में कामयाब नही होते पाते। ऐसे में आतंकी हरकत कम हो जाती है। वहां फौज के कारण आतंकी अपना काम नहीं कर पाते।
ऐसी स्थिति में आतंकी वहां के लोगों का इस्तेमाल करते हैं। सरहद के पार से उन्हें उकसाया जाता है। पैसा दिया जाता है और दहशत फैलाई जाती है। जम्मू कश्मीर में या अन्य स्थानों पर जितने भी आतंकी पकड़े जाते हैं उनके पास जितने भी हथियार होते हैं, वे सब पाकिस्तान मार्क के होते हैं।
उन्होंने कहा कि यह सारा काम पड़ोसी देश पाकिस्तान का ही है। वहां की सेना ही हथियार एवं अन्य सामग्री मुहैया कराती है। उन्होंने कहा कि पुलवामा की घटना में जैश ए मोहम्मद का स्पष्ट हाथ है और उन्होंने यह कबूल भी किया है।
लेफ्टिनेंट जनरल मैथसन ने कहा कि पाकिस्तान पर जब कोई उंगली उठाता है तो वे कहते हैं कि यह भारत का आन्तरिक मामला है, लेकिन यह आन्तरिक मामला नहीं है, यह पाकिस्तान की चाल है। जब अंदरूनी मामला है तो आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद हमले की जिम्मेदारी क्यों लेता है।
उन्होंने कहा कि पुलवामा मामले की राष्ट्रीय जांच एजेंसियों द्वारा फोरेंसिक जांच चल रही है। जांच में कई नतीजे पर पहुंचे हैं। एनआईए भी अपनी जांच कर रहा है की जम्मू कश्मीर में आरडीएक्स कहां से आया किसने तैयार किया। इसकी जांच की जा रही है। शीघ्र ही जांच से बहुत कुछ स्पष्ट हो जाएगा।