नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान में जनभागीदारी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए रविवार को कहा कि यह आंदाेलन अब ‘स्वच्छता से सुंदरता’ की ओर बढ चला है।
मोदी ने अपने दूसरे कार्यकाल में आकाशवाणी पर अपने मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ की दूसरी कड़ी में कहा कि स्वच्छता अभियान को गति मिली है। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले शुरू हुआ सफ़र आज जन-जन की सहभागिता से, स्वच्छता के नए-नए मानदंड स्थापित कर रहा है।
ऐसा नहीं है कि हमने स्वच्छता में आदर्श स्थिति हासिल कर ली है, लेकिन जिस प्रकार से खुले में शौच मुक्त से लेकर सार्वजनिक स्थलों तक स्वच्छता अभियान में सफलता मिली है, वह एक-सौ तीस करोड़ देशवासियों के संकल्प की ताक़त है।
उन्होंने अमरीका से स्वदेश लौटने वाले इंजीनियर योगेश सैनी का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ समय पहले दिल्ली को स्वच्छ ही नहीं, बल्कि सुन्दर बनाने का बीड़ा उठाया। उन्होंने अपनी टीम के साथ लोधी गार्डन के कूड़ेदानों से शुरुआत की। पथ कला के माध्यम से, दिल्ली के कई इलाकों को खूबसूरत चित्रकारी से सजाने-संवारने का काम किया। उन्होंने पुलों और स्कूल की दीवारों से लेकर झुग्गी-झोपड़ियों तक अपना हुनर दिखाया और उनको लोगों का साथ मिलता चला गया और एक प्रकार से यह सिलसिला चल पड़ा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छता अभियान अब स्वच्छता से सुन्दरता की ओर बढ़ चला है। कुंभ के दौरान प्रयागराज को किस प्रकार पथ कला से सजाया गया था। इसमें सैनी और उनकी टीम ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी। उन्हाेंने कहा कि रंग और रेखाओं में कोई आवाज भले न होती हो, लेकिन इनसे बनी तस्वीरों से जो इन्द्रधनुष बनते हैं, उनका सन्देश हजारों शब्दों से भी कहीं ज्यादा प्रभावकारी सिद्ध होता है और स्वच्छता अभियान की खूबसूरती में भी ये बात हम अनुभव करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह बहुत जरुरी है कि कचरे से कंचन बनाने की संस्कृति हमारे समाज में विकसित हो। मोदी ने कहा कि एक तरह से कहें, तो हमें कचरे से कंचन बनाने की दिशा में, आगे बढ़ना है।
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