नई दिल्ली। नए सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा है कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आज़ादी महत्वपूर्ण है लेकिन यह आज़ादी जिम्मेदारी के साथ होनी चाहिए।
जावडेकर ने शुक्रवार को यहां सूचना प्रसारण मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह टिप्पणी की। इस मौके पर सूचना प्रसारण मंत्रालय के सचिव अमित खरे भी मौजूद थे।
मोदी मंत्रिमंडल-दो में जावडेकर केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री के साथ-साथ सूचना प्रसारण मंत्री भी बनाए गए हैं। जबकि वह पिछली सरकार में मानव संसाधन विकास मंत्री थे।
जावेडकर ने कार्यभार सँभालते हुए कहा कि मैं अपने पूर्ववर्ती मंत्रियों एम वेंकैया नायडू और अरुण जेटली का स्मरण करता हूं और उनकी विरासत को याद करता हूं। उन्होंने हमारा मार्गदर्शन किया। शुरू में छह माह के लिए मैं भी इस मंत्रालय में मंत्री था।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अभिव्यक्ति की आज़ादी महत्वपूर्ण होती है। हम इस मूल्य को मानते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि प्रेस की स्वतन्त्रता महत्वपूर्ण है लेकिन 1977 में इस आज़ादी को खत्म किया गया जिसके खिलाफ हमने लड़ाई लड़ी और 16 माह तक हम जेल में भी रहे। जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में यह लड़ाई लड़ी गई।
उन्होंने कहा कि यह आज़ादी जारी रही है और यह जारी रहेगी पर इस आज़ादी के साथ जिम्मेदारी का भी भाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया का काम लोगों को सूचनाएं देना है और हमारा भी यही काम है। उन्होंने उम्मीद जाहिर की मीडिया और उनका मंत्रालय मिलकर काम करेंगे।