अजमेर। राजस्थान से भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत ने कहा है कि राज्य में अपनी सरकार होने के बावजूद कांग्रेस को दस दिन पहले से ही विधायकों की बाड़ेबंदी के लिए मजबूर होना पड़ा।
गहलोत एक दिवसीय दौरे पर अजमेर जिले के पुष्कर में माली समाज द्वारा किए गए अभिनंदन कार्यक्रम में शमिल हुए। इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया है कि राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस सत्ता एवं संगठन में अंदर ही अंदर इतना अंतर विरोध रहा कि मुख्यमंत्री को उपमुख्यमंत्री पर भरोसा नहीं और उपमुख्यमंत्री को मंत्रियों एवं विधायकों पर भरोसा नहीं रहा था।
उन्होंने कहा कि भाजपा संगठन जानता था कि उनके पास एक ही उम्मीदवार जितना संख्याबल था लेकिन संगठन ने दो उम्मीदवार खड़े कर कांग्रेस को डराने की रणनीति पर काम किया जिसमें हमारा संगठन पूरी तरह सफल रहा और कांग्रेस पूरे चुनाव के दौरान डरी डरी व सहमी नजर आई। गहलोत ने पुष्कर विधायक सुरेश सिंह रावत का भी यह कहते हुए आभार जताया कि मुझे उन्होंने वोट दिया और आज मैं उनके मत से राज्यसभा सांसद बना हूं।