नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने महंगाई, जीएसटी और केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ शुक्रवार को काले कपड़ों में संसद से सड़क तक जबरदस्त प्रदर्शन किया।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी काली पोशाक पहन कर आई थीं। उन्होंने अपनी पार्टी के सांसदों के साथ संसद में जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च के लिए निकलते ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
कांग्रेस के 24 अकबर रोड स्थित मुख्यालय में प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया। जब वह अपने सांसदों के साथ प्रधानमंत्री आवास घेरने के लिए निकलीं लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। जिसके बाद वह कांग्रेस मुख्यालय के सामने सड़क पर ही घरने पर बैठ गईं।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने पुलिस से कहा कि वह सरकार से समझौता करने नहीं बैठी हैं। महंगाई का विरोध करके जनता की आवाज उठाना उनका हक है। पुलिस ने उन्हें भी हिरासत में ले लिया। इस दौरान अजय माकन, सचिन पायलट, हरीश रावत, अविनाश पांडे सहित कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं को हिरासत में लिया गया।
कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की बड़ी संख्या को देखकर अकबर रोड पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पुलिस ने कई स्तरों पर जवानों को तैनात किया था। किसी भी कार्यकर्ता अंदर नहीं जाने दिया गया। दिल्ली पुलिस हिरासत में लिए गए कांग्रेस नेताओं को किंग्सवे कैंप पुलिस लाइन लेकर गई। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सांसद जयराम रमेश और रंजीत रंजन सहित अन्य कांग्रेसी सांसदों को भी वहीं ले जाया गया।
कांग्रेस के प्रदर्शन को देखते हुए जंतर-मंतर इलाके को छोड़ पूरी दिल्ली में धारा 144 लागू की गई है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सरकार हमें महंगाई के खिलाफ विरोध करने से रोकना चाहती है, इसलिए लगातार कांग्रेस नेताओं को परेशान कर रही है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आप समझ लें कि देश में क्या हालात हैं। किसी ने नहीं सोचा होगा कि देश में लोगों को लोकतंत्र समाप्त होते देखना होगा। देश में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), आयकर, केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) का आतंक है। देश में दिल्ली, पटना, मुंबई, भोपाल आदि अनेक स्थान पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महंगाई के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया।