कोलकाता। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का काफिला जब उत्तर 24 परगना जिले के बैरक पुर में जगद्दल के पास जूट मिल के निकट से गुजर रहा था तभी प्रदर्शनकारियों ने उनके काफिले को रोकने का प्रयास किया और जयश्री राम के नारे लगाए जिसके आरोप में 10 लोगाें को गिरफ्तार किया गया है।
भारतीय जनता पार्टी सांसद अर्जुन सिंह ने कहा है कि शनिवार को इस मामले को लेकर जगद्दल पुलिस थाने का घेराव किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार इस मामले में जगद्दल क्षेत्र में कल रात की गई छापेमारी के दौरान 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इन लाेगों ने मुख्यमंत्री को अपनी कार से गुरुवार दोपहर बाहर आते देख जय श्री राम के नारे लगाये और कथित तौर पर उनके काफिले को रोकने का प्रयास किया।
मुख्यमंत्री को भी रात के समय नाके पर सुरक्षा बलों को जांच के निर्देश देते हुए देखा गया। इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों को श्रीराम के नारे लगाते सुना गया जबकि मुख्यमंत्री क्षेत्र से गई और नैहाटी जूट मिल के पास फिर से जय श्रीराम के नारे लगाए गए।
बनर्जी ने उन परिवारों को इलाके में वापस लाने के लिए यह दौरा किया जो चुनाव परिणाम के बाद इलाके में झड़पों के दौरान अपना घर छोड़कर चले गए थे। गिरफ्तार किए गए लोगों को जगद्दल पुलिस थाने में हिरासत में रखा गया और उन्हें आज बैरकपुर में अदालत के समक्ष पेश किया गया।
बैरकपुर सीट से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने इन गिरफ्तारियों की निंदा की और कहा कि देश केे कानून के तहत जय श्रीराम के नारे लगाना कोई अपराध नहीं हैं। सिंह इस समय नई दिल्ली में हैं।
दस लोगों की गिरफ्तारी को लेकर ममता की निंदा
पश्चिम बंगाल भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घाेष ने जय श्रीराम का नारा लगाने वाले 10 लोगों की गिरफ्तारी के मामले में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते कहा है कि वह लोकसभा चुनावों में करारी हार के कारण पहले से अधिक निरंकुश हो गई है।
घोष ने नई दिल्ली से लौटने पर यहां शहर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि अगर श्रीराम का नाम लेना अपराध है तो बनर्जी को देश से बाहर अपना स्थान खोज लेना चाहिए। गौरतलब है कि उत्तर 24 परगना जिले के भातपारा से इन 10 लोगों को जय राम का नारा लगाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है।
उन्होंने कहा कि ब्रिटिश सरकार वंदे मातरम का नारा लगाने वालों को गिरफ्तार किया करती थी और अब ममता बनर्जी सरकार लोगों को जय श्रीराम का नारा लगाने पर गिरफ्तार कर रही है।
उन्होंने कहा कि अगर इस तरह के नारे लगाना अपराध है तो मुख्यमंत्री में और कितना साहस कि वे पूरे राज्य से कितने लोगों को गिरफ्तार करेंगी।
घोष ने कहा कि अपनी हार को बर्दाश्त नहीं कर पाने से वह तानाशाह जैसा रवैया अपना रही है और जिस तरह की बयानबाजी वह कर रही है यह उसका जीता जागता सबूत है।
केन्द्र की मोदी सरकार में राज्य से केवल दो सांसदों को मंत्री बनाए जाने पर उन्होंने कहा कि यह अभी कोई अंतिम प्रकिया नहीं है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने राज्य को तबज्जो दी है और उम्मीद है कि केन्द्रीय नेतृत्व इस दिशा में कुछ और करेगी।