कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा के पांचवें चरण के चुनाव में छिटपुट हिंसा के बीच शनिवार को करीब 80 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
चुनाव अधिकारियों के अनुसार मतदान शुरू हाेने के एक घंटे के भीतर उत्तर 24 परगना जिले के कमारहाटी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में एक बूथ पर भारतीय जनता पार्टी के पोलिंग एजेंट को दिल का दौरा पड़ने की घटना सामने आई हैं। चुनाव आयोग ने भाजपा पोलिंग एजेंट के मौत की रिपोर्ट मांगी है।
भाजपा पाेलिंग एजेंट की पहचान अभिजीत भट्टाचार्य के रूप में हुई है। वह उत्तर 24 परगाना जिले के कमारहाटी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के बूथ संख्या 107 पर तैनात था। इसके अलावा साल्ट लेक के विधाननगर के तहत आने वाले शांतिनगर में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के कार्यकताओं ने एक-दूसरे पर पथराव किया और ईंटें फेंकी, जहाँ प्रतिद्वंदी पार्टियों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाया कि मतदाताओं को मतदान केन्द्र में जाने से रोका जा रहा था।
नादिया के शांतिपुर में भी कुछ अप्रिय स्थिति बन गई थी जहां केन्द्रीय बलों ने स्थिति पर काबू पा लिया है। तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार एवं राज्य के मंत्री सुजित बोस ने आरोप लगाया कि उन्हें कालिंदी में बूथ के अंदर जाने से रोका गया। बोस ने कहा कि भाजपा समर्थकों द्वारा बूथ संख्या 265 और 272 में पथराव की घटना में हमारे दो कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। हमने चुनाव पर्यवेक्षक और पुलिस को इसके बारे में सूचित कर दिया है। उन्होंने कहा अभी स्थिति सामान्य है।
भाजपा उम्मीदवार सब्यासाची दत्ता ने आरोप लगाया कि स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए सुरक्षा बल के पहुंचने से पहले तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने जमकर हंगामा और पथराव किया।
कल्याणी में भाजपा नेता ने कहा कि उनके घर पर बम से हमला किया गया। दक्षिण वर्द्धमान में भाजपा के एक पोलिंग एजेंट के साथ मारपीट भी की गई। चुनाव आयोग ने स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बलों की 1071 कंपनियों के अलावा 15 हजार 790 राज्य पुलिस के अधिकारी भी ड्यूटी में तैनात किया था।