कोलकाता। पश्चिम बंगाल में 45 सीटों पर पांचवें चरण का मतदान शनिवार सुबह से शुरू हो गया, लेकिन मतदान शुरू होने के कुछ ही देर बाद उत्तर 24 परगना के कमारहाटी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केन्द्र में पोलिंग एजेंट की दिल का दौरान पड़ने से मौत हो गई। पहले दो घंटों में 16.15 फीसदी मतदान हुआ, जबकि सभी जगह मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने हालांकि बताया कि सुबह सात बजे से नौ बजे के बीच जलपाइगुडी जिले में 18.65 फीसदी, कलिम्पोंग में 14 फीसदी, दार्जिलिंग में 14.73 फीसदी, उत्तर 24 परगना में 15.13 फीसदी, पूर्व वर्द्धमान में 16.06 फीसदी और नादिया में 16.45 फीसदी मतदान हुआ।
उन्होंने बताया कि जिस पोलिंग एजेंट की मौत हो गया है अभी उनकी पहचान हाेना बाकी है। कमारहाटी में पोलिंग एजेंट की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गयी जिससे कुछ समय के लिए मतदान में देरी हुई।
चुनाव आयोग ने तुरंत एक रिपोर्ट मांगी है। भारतीय जनता पार्टी के एक पोलिंग एजेंट को उस समय घायल कर दिया गया था, जब वह अपने निर्धारित मतदान केन्द्र वर्द्धमान के सरायितक्रीरी में घुसने का प्रयास कर रहा था और उसे अज्ञात लोगों ने ईंट मारकर घायल कर दिया।
इस चरण में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का प्रदर्शन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है जिससे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आगामी दो मई को लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में वापसी करेंगी या नहीं यह तय होगा।
राज्य में पांचवें चरण में छह जिलाें और 45 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान होंगे। जिन जिलों में मतदान हो रहा है उनमें उत्तरी परगना पार्ट-एक, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, पूर्वी वर्द्धमान पार्ट-एक और जलपाईगुडी है।
राज्य में पांचवें चरण के मतदान में मतदाता 319 उम्मीदवारों के भाग्य को फैसला करेंगे, जिनमें से 39 महिला प्रत्याशी भी हैं। मतदान में 1.12 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिनमें से 55.80 लाख महिला और 234 उभयलिंग हैं बाकी पुरूष मतदाता हें। मतदान के लिए 15,789 मतदान केन्द्र स्थापित किए गए हैं।
बंगाल में पांचवें चरण का मतदान स्वतंत्र, शांतिपूर्ण और निष्पक्ष हो यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक सुरक्षा का बंदोबस्त किया है और केन्द्रीय और राज्य बलों को इसके लिए तैनात किया गया है। जिसमें केन्द्रीय बलों की 853 कम्पनियां तैनात की गई है।
इस चरण में पिछले चरण के मुकाबले अधिक सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। इससे पहले चौथे चरण में 44 सीटों के लिए मतदान के लिए 789 कंपनियों को तैनात किया गया था।