कोलकाता। पश्चिम बंगाल के वन मंत्री राजीव बनर्जी ने विधानसभा चुनाव से पूर्व ममता बनर्जी नीत मंत्रिमंडल से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया। वह बनर्जी का साथ छोड़ने वाले राज्य के तीसरे मंत्री हैं।
राजीव बनर्जी ने ममता बनर्जी को लिखे पत्र में कहा कि मुझे आपको सूचित करते हुए खेद है कि मैंने वन विभाग के कैबिनेट मंत्री पद से आज यानी कि 22 जनवरी को इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करना बड़े सम्मान और सौभाग्य की बात है। मैं इस अवसर को प्रदान करने के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं।
बनर्जी ने कहा कि मैंने इस्तीफे की एक प्रति आवश्यक कार्रवाई के लिए राज्यपाल (जगदीप धनखड़) को भी भेजी है। कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें और अनुग्रहित करें। बनर्जी ने अपना इस्तीफा भेजने के बाद राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की जिन्होंने उनके मंत्री पद से इस्तीफे को स्वीकार कर लिया।
हावड़ा के दोमजुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक बनर्जी का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 30 और 31 जनवरी को राज्य के दौरे पर आने वाले हैं। अटकलें लगाई जा रही हैं कि राजीव बनर्जी अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
शाह के पिछले दौरे के दौरान नंदीग्राम इलाके में अपना खासा प्रभाव रखने वाले सुवेंदु अधिकारी ने उनकी मौजूदगी में पूर्वी मिदनापुर में आयोजित विशाल रैली के दौरान भाजपा का दामन थाम लिया था। इससे पूर्व तृणमूल के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री पार्थ चटर्जी ने उनके साथ दो चक्र की बातचीत भी की थी।
इस बीच धनखड़ ने ट्वीट करके कहा कि राज्य के वन मंत्री राजीव बनर्जी ने मुझसे मुलाकात की और मंत्री पद से इस्तीफे का पत्र मुझे सौंपा। उन्हें संकेत दिया गया है कि वह संविधान के अनुसार कदम उठाए जाएंगे। राज्यपाल के रूप में मेरे कार्यकाल के दौरान यह वन मंत्री राजीव बनर्जी की पहली यात्रा थी और हमने विचार-विमर्श किया।