कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिला में मगराहाट में भवन निर्माण सामाग्री के व्यापारी द्वारा एक सामाजिक कार्यकर्ता सहित दो लोगों की हत्या के बाद शनिवार को कानून व्यवस्था बिगड़ गई। हत्या की घटना के बाद भीड़ ने यहां दो वाहनों सहित कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद हालत पर काबू पाने के लिए दंगा नियंत्रण बल की तैनाती की गई।
जिला के पुलिस अधीक्षक अभीजीत बनर्जी ने कहा कि सामाजिक कार्य़कर्ता बरुण चटर्जी और उसके दोस्त मोलोय मखल मगराहाट में एक कारखाने के निकट सुबह के समय मृत अवस्था में पाए गए। उन्होंने कहा कि इस घटना के संबंध में एक संदिग्ध की पहचान जाने आलम के रूप में हुई है। जिसकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि मृतकों को उनके बकाये का भुगतान करने के नाम पर घटनास्थल पर संदिग्ध व्यक्ति द्वारा बुलाया गया, जिसके बाद व्यापारी ने पहले दोनों को गोली मारी और फिर गर्दन काट दी।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि व्यापारी ने मृतकों से निर्माण सामाग्री देने के नाम पर 80,000 रुपए की अग्रिम भुगतान लिया था और कहा था कि अगर समय से निर्माण सामाग्री नहीं मिल पाया तो पैसे वापस कर दिए जाएंगे, जिसके बाद व्यापारी ने मृतकों को पैसे देने के बहाने बुलाया था।
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने गुस्से में आकर कई दुकाने और दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिसके बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आरएएफ की तैनाती की गई।