कोलकाता। पश्चिम बंगाल प्रदेश चुनाव आयोग ने राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 14 मई की तिथि निर्धारित करते हुए गुरुवार को अधिसूचना जारी कर दी। मतगणना 17 मई को होगी। इससे पहले पंचायत चुनाव मई की 1, 3 और 5 तारीख को होने थे।
आयोग के सूत्रों ने बताया कि किसी पुनर्मतदान की स्थिति को ध्यान में रखते हुए मतगणना के लिए 17 मई की तिथि निर्धारित की गई है।
इससे पहले राज्य सरकार ने पंचायत चुनाव एक ही दिन 14 मई तथा मतगणना 16 मई को कराये जाने का प्रस्ताव प्रदेश चुनाव आयोग को दिया था। सरकार ने कहा था कि रमजान माह शुरू होने से पहले एक दिन का पंचायत चुनाव कराया जाना यथोचित होगा। सुरक्षा कारणों को लेकर आयोग की भी एक दिन में चुनाव कराए जाने की मंशा थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आयोग के निर्णय का स्वागत किया है और सभी राजनीतिक दलों से शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की है।
इस बीच कलकत्ता उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने पंचायत चुनाव के लिए ईमेल के जरिए नामांकन दाखिल करने के लिए प्रदेश चुनाव आयोग को निर्देश दिये जाने की अपील संबंधी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस की याचिका सुनवाई के लिए मंजूर कर ली।
माकपा की ओर से अधिवक्ता विकास भट्टाचार्य ने खंडपीठ को बताया कि माकपा समेत विपक्षी दलों के सैंकड़ों उम्मीदवार सरकारी अधिकारियों के असहयोग और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा फैलाये जा रहे हिंसा के कारण ईमेल के जरिए नामांकन भरना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि न्यायालय ने हमारी बातें सुनी। याचिका पर संभवत: अगले सप्ताह सुनवाई हो सकती है।