नाटिंघम । वेस्टइंडीज़ क्रिकेट टीम ने आईसीसी विश्वकप मुकाबले में आस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली 15 रनों की करीबी हार में अंपायरिंग फैसलों पर सवाल उठाये हैं और इसकी कड़े शब्दों में निंदा की है।
ट्रेंट ब्रिज में बुधवार को हुये मुकाबले में विंडीज़ को अच्छी शुरूआत के बावजूद करीबी हार झेलनी पड़ी थी। पूर्व विंडीज़ तेज़ गेंदबाज़ और वर्तमान में कमेंटेटर की भूमिका निभा रहे माइकल होल्डिंग ने जहां अंपायरिंग फैसलों को बकवास बताया वहीं टीम के सदस्य कार्लाेस ब्रेथवेट ने इसे निराशाजनक बताया है।
ब्रेथवेट ने कहा कि विपक्षी आस्ट्रेलिया की तुलना में उनकी टीम के खिलाफ अंपायरिंग फैसले अधिक गलत हुये। हालांकि उन्होंने इस बात से इंकार किया कि टीम इन फैसलों की वजह से हारी। अंपायर क्रिस गैफेनी और रूचिरा पालियागुरूगे के बीच चार फैसलों को बदला गया जबकि मिशेल स्टार्क की नो बॉल के फैसले से वह चूक गये और इसके बाद स्टार्क की अगली डिलीवरी पर क्रिस गेल आउट हो गये। यदि स्टार्क की उस गेंद को नो बॉल दे दिया जाता तो गेल के पास अगली गेंद फ्री हिट हो सकती थी और उनका विकेट बच जाता।
ब्रेथवेट ने मैच के बाद अंपायरों के फैसलों पर सवाल उठाते हुये कहा,“ मुझे नहीं पता कि यह बात कहने पर मुझपर जुर्माना लगेगा या नहीं लेकिन मैच में अंपायरिंग फैसले काफी निराशाजनक थे। हमारी पारी में कई गेंदें जो सर की ऊंचाई के बराबर थीं उन्हें भी अंपायर ने वाइड दे दिया। एक ओवर में तीन फैसले तो बिल्कुल संदिग्ध थे। क्रिस को 280 के लक्ष्य में कम स्कोर पर गंवाना अच्छा नहीं था जो अकेले ही 180 का स्कोर बनाने में सक्षम हैं।”
कैरेबियाई खिलाड़ी ने कहा,“ हमने बढ़िया शुरूआत की थी लेकिन अंपायर अपना काम ठीक से करें। वे अपना काम अच्छे से करने का प्रयास करते हैं लेकिन हम खिलाड़ी भी मैदान पर अपना काम अच्छे से करने के लिये उतरते हैं, ऐसे में अंपायर और खिलाड़ियों के बीच मैच में कोई बहसबाज़ी नहीं हुयी।”
वहीं होल्डिंग ने आईसीसी वर्ल्ड टीवी पर अंपायरों पर कटाक्ष करते हुये कहा,“ इस मैच में अंपायरिंग बिल्कुब बेकार थी। जब मैं खेलता था तब भी अंपायर उतने सख्त नहीं थे जितने वे वर्तमान में हैं। आप एक बार अपील कर सकते हैं लेकिन दो, तीन या चार बार अपील करने की अनुमति नहीं है। खिलाड़ियों पर ज्यादा अपील करने पर सज़ा मिलने का डर रहता है। मैच में गैफेनी और पालियागुरूगे की अंपायरिंग बिल्कुल बेकार थी।”
गेल की पारी में सभी तीन फैसलों को पलटा गया, इनमें दो रिव्यू एक ओवर में थे और पहले दो फैसलों को बदल दिया गया था। पहले मामले में गैफेनी ने गेल को स्टम्प के पीछे आउट दिया लेकिन रिप्ले में दिखा कि बॉल स्टम्प्स को छूकर निकलीं लेकिन बेल्स गिरी नहीं। गेल ने दो अन्य पगबाधा फैसलों पर भी रिव्यू लिया जिनमें एक में स्टार्क की गेंद नो बॉल निकली।