साउथम्पटन। इंग्लैंड के खिलाफ आठ जुलाई से शुरू हो रही तीन मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले वेस्टइंडीज की टीम को एक झटका लगा है। टीम के मुख्य कोच फिल सिमंस ने खुद को अपने कमरे में क्वारंटीन (आइसोलेट) कर लिया है।
दरअसल, सिमंस शुक्रवार को एक अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे। इसलिए एहतियात के तौर पर उन्होंने खुद को अपने कमरे में क्वारंटीन कर लिया है। अब वह दो बार कोरोना टेस्ट में नेगेटिव आने के बाद ही टीम के साथ जुड़ सकेंगे। विंडीज की टीम सोमवार से अपना दूसरा अभ्यास मैच खेलेगी।
क्रिकेट वेस्टइंडीज के प्रवक्ता ने सिमंस के सेल्फ आइसोलेशन में रहने की पुष्टि की है। सिमंस की गैर-मौजूदगी में सहायक कोच रॉडी एस्टविक और रेयान ग्रिफिथ पर टीम की सारी जिम्मेदारी आ गई है।
मेहमान टीम के तेज गेंदबाज अल्जारी जोसफ ने कहा है कि मुख्य कोच सिमंस की गैर-मौजूदगी से टीम की तैयारी पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। जोसफ ने कहा कि हमें अपना काम करना है। हम अपनी तैयारी कर रहे हैं। हमारा कोचिंग स्टॉफ बहुत बड़ा है और सभी लोग एक-दूसरे की काफी मदद करते हैं। इसलिए किसी को कोई परेशानी नहीं होगी।
इंग्लैंड को वेस्टइंडीज के खिलाफ आठ जुलाई से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। सीरीज का पहला मैच आठ जुलाई को साउथम्पटन में शुरू होगा। केमार रोच, शैनन गैब्रियल और जेसन होल्डर के साथ मिलकर जोसफ विंडीज टीम के गेंदबाजी आक्रमण को काफी मजबूती प्रदान करेंगे। जोसफ ने कहा कि वह खुद को टीम की कमजोर कड़ी वाली मान्यता को गलत साबित करेंगे।
जोसफ ने कहा कि हमारी टीम के अन्य तीन गेंदबाज निश्चित रूप से मेरे से ज्यादा अनुभवी हैं। मेरा काम अपने साथी गेंदबाजों की मदद करना और विपक्षी टीम के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखना है। मैं मानता हूं कि मेरी उम्र कम है और मेरे पास अन्य तीनों गेंदबाजों की अपेक्षा अनुभव भी कम है, लेकिन मैं इसे एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर सकता हूं। मैं अपनी क्षमता जानता हूं। इंग्लिश टीम मेरी क्षमता के बारे में नहीं जानती होगी। मैं जानता हूं कि मैदान पर मैं किसी भी विपक्षी टीम पर हावी हो सकता हूं।
विंडीज टीम के युवा तेज गेंदबाज ने कहा कि यह दौरा मेरे लिए एक अवसर है और मैं अपने प्रदर्शन से टीम का प्रदर्शन बेहतर कर सकता हूं। मुझे खेलने का कोई भी अवसर मिलेगा तो मैं खेलूंगा। कप्तान और टीम को मुझसे जो भी उम्मीद होगी मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर उसे पूरा करने की कोशिश करूंगा।
जोसफ ने अपने पिछले इंग्लैंड दौरे के बारे में कहा कि मैं 2017 में पहली बार इंग्लैंड आया था। वह मेरा पहला दौरा था। मुझे उस दौरे में काफी कुछ सीखने काे मिला था। अब मुझे यहां की परिस्थितियों में गेंदबाजी करना आता है।