हिंदी दिवस पर आप सभी को शुभकामनाएं इस खबर में आपको यह बताया जाएगा कि बोलने को तो आज हिंदी दिवस है लेकिन क्या हिंदी की प्राथमिकता सच में है या नहीं यह तो आप इसे पूरा पढ़ने के बाद ही समझ जाएंगे गौर कीजिएगा जब भी आप किसी कॉल सेंटर पर कॉल करते हैं चाहे वह किसी टेलीकॉम कंपनी का हो किसी भी शॉपिंग कंपनी का यहां पर हम किसी का नाम नहीं लेंगे पर आप यह ध्यान दीजिएगा जब आपको यह बोला जाता है अपनी भाषा चुनने के लिए कृपया निम्न निर्देशों का पालन करें तो आपके सामने नंबर एक पर इंग्लिश भाषा का चयन का पूछा जाता है। और नंबर दो पर हिंदी भाषा का।
हिंदी भाषा की प्राथमिकता ही दूसरे नंबर पर
सबसे बड़ी गलती तो यहीं से शुरुआत होती है जब हिंदी भाषा की प्राथमिकता ही दूसरे नंबर पर कर दी गई है तो आखिर हिंदी भाषा का महत्व रहा ही क्या, समझने को तो यह बहुत ही छोटी सी बात है लेकिन अगर इस बात को गहराई से सोचा जाए तो यह बहुत ही शर्म की बात है। किसी भी प्रकार का कॉल सेंटर हो सबसे पहले प्राथमिक भाषा का चयन इंग्लिश के लिए किया जाता है। और हिंदी के लिए दूसरे नंबर पर।
यह सिलसिला केवल टेलीकॉम कॉल सेंटर तक ही सीमित नहीं है बल्कि बड़ी-बड़ी ऑनलाइन शॉपिंग के कस्टमर केयर पर भी यही हाल है। हो सकता है आपने इसके बारे में गौर नहीं किया होगा और यदि नहीं किया तो एक बार गौर कीजिएगा हमारा मकसद केवल हिंदी भाषा की प्राथमिकता को बताने का है यहां पर किसी भी प्रकार से किसी अन्य भाषा को नीचा दिखाना नहीं है यदि आप हिंदुस्तान में रहते हैं। तो यह आप पर निर्भर करता है कि आपकी मातृ भाषा का दर्जा किसे देना चाहिए और किसे नहीं।
यदि ये लेख पसंद आया हो तो अपने प्रिय जनों और साथियों के साथ जरूर शेयर कीजिएगा हो सकता है इससे उनकी बुद्धि विकसित हो और हिंदी भाषा जो कि दूसरे नंबर पर गिने जाते हैं आने वाले समय में सभी से पहले नंबर पर पेश करने सके धन्यवाद।