नई दिल्ली। खेलों की दुनिया में तेजी से उभर रहे खेल टेबल सॉकर के दीवानों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियोनल मैसी जैसे दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी शामिल हैं।
भारत में टेबल सॉकर तेजी से लोकप्रियता की सीढ़ियां चढ़ रहा है। राजधानी में चल रहे दिल्ली ओलंपिक खेलों में टेबल सॉकर को शामिल किया गया है जिसे फुटबॉल और शतरंज का मिला जुला रूप कहा जा सकता है।
इस खेल की ख़ासियत यह है कि इसके चाहने वालों मे दुनिया भर के शीर्ष फुटबॉल खिलाड़ी शामिल हैं जो खाली समय में या दिमागी कसरत के लिए इसे खेलते हैं। एक टेबल पर हाथ से चलने वाले उपकरणों से खेले जाने वाले इस खेल को टेबल साकर का नाम दिया गया है।
दिल्ली ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष कुलदीप वत्स ने मंगलवार को यहां हैप्पी माडल स्कूल में आयोजित डीओए टेबल साकर चैंपियनशिप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर टेबल सॉकर फेडरेशन के अध्यक्ष मो. अरशद और महासचिव मनोज सैनी मौजूद थे।
अरशद ने बताया कि यह खेल यूरोप मे बेहद लोकप्रिय है। तारीफ़ की बात यह है कि फुटबॉल खेलने वाले बड़े-छोटे सभी खिलाड़ी इस खेल में हाथ आजमाते हैं। लेकिन यह सिर्फ़ फुटबॉल का सहयोगी खेल नहीं है। अब इस खेल ने विश्व स्तर पर अपनी अलग पहचान बना ली है।
विश्व चैंपियनशिप, एशियन चैंपियनशिप जैसे आयोजन हो चुके हैं और फुटबॉल का वर्ल्ड चैम्पियन फ्रांस, अर्जेंटीना , ब्राज़ील, इंग्लैंड, पुर्तगाल, स्काटलैंड, जर्मनी, स्पेन, जापान, चीन, कोरिया आदि देशों में यह खेल फैल रहा है।
रोनाल्डो, मैसी, नेमार, एम्बापे आदि प्रमुख खिलाड़ी इस खेल के दीवाने हैं। मनोज सैनी के अनुसार भारत में यह खेल अभी दस साल पुराना है लेकिन तेज़ी से फैल रहा है। देश के लगभग 1200 स्कूल टेबल साकर से गंभीरता से जुड़े हैं। स्कूल गेम्स फेडरेशन ने 14, 17 और 19 साल के आयु वर्गों में इस खेल को अपना लिया है।
मनकीरत, उत्सव सैनी, शीन बयाना, दिव्या आदि टाप खिलाड़ी ख़ासी लोकप्रियता बटोर रहे हैं। भारतीय खिलाड़ियों का अगला और करीबी लक्ष्य जून 2019 में स्पेन मे होने वाला वर्ल्ड कप है जिसके लिए भारतीय खिलाड़ी तैयार हैं।
अरशद बताते हैं कि देशभर में शापिंग मॉल में इस खेल को बहुतायत में खेला जाता है। दिल्ली ओलंपिक संघ के अध्यक्ष कुलदीप वत्स का मानना है कि एक खेल के रूप मे टेबल साकर जल्दी ही लोकप्रियता अर्जित कर सकता है।