शहर से बहार जाते समय रखें इन बातों का ध्यान
आखिर क्या है जीका वायरस :-
जीका वायरस मच्छर द्वारा फैलने वाला एक वायरस है जो कि बहुत ही खतरनाक है और आखिर खतरनाक क्यों है तो आपको बता दें यह खतरनाक इसलिए है कि अभी तक इसका किसी भी प्रकार का कोई इलाज नहीं मिला है और इसके लिए कोई वैक्सीन नहीं बनी है और सबसे बड़ी चीज यह है की जीका वायरस का सबसे अधिक शिकार गर्भवती महिलाओं को बनाता है।
जीका वायरस का गर्भवती महिलाओं पर असर :-
गर्भ में पल रहे बच्चे पर इसका बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है जीका वायरस द्वारा बच्चों के दिमाग में बुखार बन जाता है और इससे उनके दिमाग की क्षमता बहुत कम हो जाती है जिसका असर बहुत ही गहरा होता है बच्चों की मानसिक स्थिति बिगड़ जाती है और उनका मानसिक रूप से बढ़ना रुक जाता है कई ऐसे केस भी सामने आए हैं जिसमें जिका वायरस से बच्चों की मौत हो गई क्योंकि जीका वायरस से एक बीमारी होती है जो कि बहुत ही खतरनाक होती है जिसके द्वारा बच्चों का दिमाग या कह सकते हैं बच्चों का सिर का आकार अनिश्चित रूप से से बढ़ने लगता है और इसके चलते एक समय के बाद नवजात शिशुओं की मृत्यु हो जाती है।
आखिर कहाँ से आया जीका वायरस :-
सबसे अहम सवाल यह है कि आखिर जीका वायरस कहां से आया या किस देश से आया तो आपको बता दें जिका वायरस 1954 में पहली बार नाइजीरिया में पाया गया और सूत्रों के मुताबिक युगांडा में जीका नाम से एक जंगल है उसी जंगल से वायरस निकला है और इस जंगल के नाम पर इस वायरस का नाम जीका रखा गया।
जीका से कौनसे देश ज़ीका से प्रभावित हो चुके है :-
अमेरिका और ब्राज़ील जैसे देश जीका वायरस की चपेट में आ चुके हैं यहां पर लगभग बात करें तो कई लोग इसके द्वारा मौत के शिकार हुए ब्राजील पर इसका प्रकोप बहुत ही गहरा रहा 4000 लोग जीका वायरस से क्षतिग्रस्त हो गए और लगभग 40 नवजात शिशु की मौत भी हो चुकी है इसमें से अधिकतर नवजात शिशु ही है।
जीका के चलते महिलाएँ गर्भधारण ना करें :-
साउथ अमेरिका में भी बहुत ही बड़ा कहर है यहां तो महिलाओं से अनुरोध किया गया है किस वायरस के शांत होने तक या जब तक इसकी वैक्सीन ना मिल जाए तब तक वह गर्भधारण ना करें जीका वायरस अभी पाकिस्तान, मलेशिया इंडोनेशिया, भारत में भी पहुंच चुका है।
जीका वायरस के लक्षण क्या होते हैं:-
जीका वायरस के लक्षण किस प्रकार होते हैं सबसे पहले आपको यह बता दें कि जीका वायरस के लक्षण होते तो हैं लेकिन 5 में से 3 लोगों के लक्षण तो पता भी नहीं लगते यानी है कि यह अवधारणा है कुल मिलाकर जिका वायरस के लक्ष्ण जरूरी नहीं है कि आपको पता चले फिर भी जो लक्षण जीका वायरस के होते हैं वह हम आपको बताएंगे।
जीका के बड़े लक्षण :-
- सबसे पहला लक्षण है जीका वायरस ग्रसित व्यक्ति को बुखार आएगा।
- यह सर में बहुत तेज दर्द होगा जोड़ों में दर्द होगा।
- चिड़चिड़ापन आएगा बेचैनी महसूस होगी और कमजोरी भी महसूस होगी।
- अगर इसमें से किसी भी तरह के लक्षण आपको अपने में महसूस हो रहे हैं तो जल्द से जल्द अपने नजदीकी अस्पताल में अपना जांच कराएं।
जीका वायरस का इलाज व बचाव :-
आखिर जिका वायरस का इलाज है या नहीं यह सवाल कई लोगों के मन में आता है तो आपको बता दें जीका वायरस का कोई इलाज है या नहीं, जिका वायरस बहुत ही खतरनाक वायरस है अभी तक इसका इलाज नहीं आया है और ना ही किसी प्रकार की कोई वैक्सीन इसके लिए बनाई गई है डॉक्टर्स और वैज्ञानिक इसके इलाज के लिए वैक्सीन बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
जिससे जीका वायरस से निजात मिल सके लेकिन अभी तक ऐसा संभव नहीं हो पाया है लेकिन ऐसा नहीं है कि इससे बचा नहीं जा सकता इसका तरीका यह है की जीका वायरस आपको लगे ही ना इसके लिए आपको मच्छरों से बचना है अपने घर में मच्छर रोधक या मच्छर नाशक जो भी नाशक मौजूद हो उनका इस्तेमाल करना है चाहे वह किसी प्रकार की की क्रीम हो या कॉइल हो।
जीका वायरस मच्छर से बचने के प्राकतिक उपचार :-
प्राकृतिक रूप से सुनने में आता है कि मच्छर भगाने के लिए आप नीम के पत्तों को सुखाकर उनमें अगर थोड़ी आग लगाएंगे तो उसके धुंए से मच्छर बहुत ही तेज गति से मरने लगते हैं या उस स्थान से भाग जाते हैं जहां पर भी आप इसका धुआँ करते हैं क्योंकि नीम के पेड़ के पत्तों के धुंए में एक अलग ही कड़वाहट होती है जो मच्छर बर्दाश्त नहीं कर पाते लेकिन आप यह ध्यान रखें जब भी आप धुआँ करें तो ऐसी जगह ना करें जो जगह पूरी तरीके से बंद हो क्योंकि इसका धुआं बाहर निकलना भी जरूरी है अन्यथा यह आपके लिए भी हानिकारक हो सकता है।
सबसे पहले धुआँ करें उसके बाद जब आपको लगे कि मच्छर बाहर जा चुके हैं तब उस जगह के दरवाजे और खिड़कियां बंद कर ले और धुआं शांत होने के बाद ही आप या आपके बच्चों को अंदर प्रवेश करने दें अन्यथा यहां आपके लिए जानलेवा भी हो सकता है।
आपको साफ सफाई का बड़ा ध्यान रखना है :-
जीका वायरस गंदगी से बहुत तेजी से फैलता है तो यह ध्यान रखें कि जिका वायरस से बचने के लिए आपको साफ सफाई का बड़ा ध्यान रखना है क्योंकि जिका वायरस गंदगी में ही पनपता है तो यह ध्यान दें कि आप जहां रह रहे हैं उसके आसपास किसी प्रकार की गंदगी ना हो और आपके आस-पास यदि कहीं गंदा पानी जमा है और इसे काफी समय हो गया है तो उसके लिए तुरंत से तुरंत हटाने की कोशिश करें क्योंकि जिका वायरस के मच्छर ऐसी जगह बड़ी जल्दी बनाते हैं।
जीका वायरस फैलता कैसे हैं और यह कहा से आया या कैसे आता है :-
आखिर जिका वायरस फैलता कैसे हैं यह तो हम आपको बता ही चुके हैं जीका वायरस मच्छरों से फैलता है लेकिन जीका वायरस भारत में आया कैसे तो आपको बता दें इसके आने का बड़ा ही स्वभाविक सा तरीका है जो लोग भारत के बाहर रहते हैं जहां पर जिका वायरस फैला हुआ है जैसे कि नाइजीरिया ब्राज़ील या साउथ अमेरिका व अन्य ऐसे जैसे देश जहां पर भारतीय निवास कर रहे हैं अगर उनका आना भारत होता है और यदि वह पहले से ही जीका से ग्रसित हैं तो उनके आने के बाद जब उन्हें भारत का कोई भी मच्छर काटेगा और वह मच्छर किसी आम आदमी को काटेगा तो वायरस धीरे धीरे कर के सभी जगह फैल जाएगा।
जीका वायरस एक चैन की तरह काम कर रहा है :-
कुल मिलाकर जीका वायरस एक चैन की तरह काम कर रहा है और धीरे-धीरे फैलता जा रहा है इसके लिए भारत के बाहर से जो भी व्यक्ति आते हैं उनको अपनी जांच अच्छे तरीके से करनी चाहिए कि वह किसी प्रकार के रोग से ग्रसित तो नहीं या किसी अन्य वायरस के प्रभाव से ग्रह से तो नहीं।
जीका वायरस की जांच :-
जीका वायरस की जांच कहां पर होती है इन दिनों जीका वायरस बहुत तेज गति से खेल रहा है जिका वायरस के चलते हैं लोगों में काफी डर हैं और लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर इसका इलाज कहां हो रहा है इसकी जांच कहां हो रही है तो आपको बता दें जिका वायरस फिलहाल लाइलाज है।
इसके लिए किसी भी प्रकार की वैक्सीन नहीं बनी है तो यह कहना मुश्किल है कि इसका इलाज कहां होगा और रही बात जांच की तो इसकी जांच किसी भी अस्पताल में हो जाएगी जिसमें जांच के सभी साधन मौजूद हो जान से ज्यादा जरूरी है कि आपको पता है या नहीं कि जीका वायरस के लक्षण क्या होते हैं क्योंकि कई बार जिका वायरस के लक्षण पता ही नहीं चलता और यह फैलता ही जाता है इसके लिए आपको ध्यान रखना है यदि आप में जिका वायरस के लक्ष्ण होंगे तो आपको सर दर्द जोड़ों में दर्द चिड़चिड़ापन बेचैनी इस तरह की चीजें सामने आएंगे और कई बार जरूरी नहीं है कि आपके साथ ऐसा हो क्योंकि जी का की सबसे बड़ी बात यही है कि अधिकतर लोगों में पता ही नहीं चलता कि आखिर उनमें जिका वायरस के लक्षण है या नहीं इसके बचाव के लिए जरूरी है कि आप मच्छरों से दूर हैं मच्छरों को भगाने के लिए किसी भी प्रकार की मच्छर नाशक कोयल इस्तेमाल करें और अपने आसपास साफ सफाई रखें।
भारत में जीका वायरस :-
भारत में जिका वायरस कहां फैल रहा है यदि बात करें भारत की तो दुबारा आपको यह बता दें कि आखिर जी का वायरस है क्या जिका वायरस मच्छरों से पैदा होने वाला यह मच्छरों द्वारा फैलने वाला एक वायरस है जो कि अधिकतर गर्भवती महिलाओं में फैलता है और इससे नवजात शिशु पर बहुत गहरा असर होता है इन दिनों जिका वायरस भारत में राजस्थान, दिल्ली में चल रहा है लगभग 10 लोगों के आसपास जिका वायरस से संक्रमित होने की सूचना मिली है और उसकी पुष्टि की जा रही है कि राजस्थान में जिका वायरस आ चुका है।
शहर से बहार जाते समय रखे ज़ीका वायरस का ध्यान :-
यदि आप कहीं घूमने का प्लान बना रहे हैं और आपको इस बात का डर है कि कहीं आपको जिका वायरस ना लग जाए क्योंकि आप किसी अन्य शहर में जाते हैं तो इसका खतरा बढ़ जाता है तो आपको बता दें जिका वायरस से सतर्क रहने की जरूरत बहुत ज्यादा है लेकिन डरने की जरूरत नहीं है।
यदि आप मच्छरों से बचते हैं तो यह वायरस आपको नहीं लगेगा इसका असर आप पर नहीं होगा तो आप अपने घूमने का प्लान खराब ना करें बस अपने साथ मच्छर नाशक दवाइयां या क्रीम जो भी आपको लगता है कि मच्छर के लिए।