नई दिल्ली। भारतीय पत्रकारों और एक्टिविस्ट की जासूसी को लेकर फेसबुक के मैसेजिंग एप व्हाट्सएप (WhatsApp) ने एक बड़ा खुलासा किया है। व्हाट्सएप ने अपने खुलासे में कहा कि इजरायली स्पाईवेयर पीगासस भारत में भी एक्टिव था और यहां के लोगों की भी जासूसी कर रहा था।
अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, व्हाट्सएप ने अमेरिकी फेडरल कोर्ट में इजराली एजेंसी NSO Group पर मुकदमा किया है। वॉट्सऐप ने आरोप लगाया है कि NSO ग्रुप अपने पीगासस नाम के स्पाईवेयर के जरिए 1400 व्हाट्सएप यूजर्स को निशाना बनाया गया और उनकी जासूसी की है। लेकिन यह अभी तक साफ नहीं हो पाया कि कितने भारतीयों को टार्गेट किया गया था।
वहीं व्हाट्सएप प्रमुख विल कैथार्थ ने कहा है, ‘’इसने (इजरायली स्पाईवेयर) पूरी दुनिया में कम से कम 100 मानवाधिकार रक्षक, पत्रकार और सिविल सोसाइटी के अन्य सम्मानित सदस्यों को निशाना बनाया था।” बताया जा रहा है कि भारत में करीब दो दर्जन शिक्षाविदों, वकीलों, दलित एक्टिविस्टों और पत्रकारों से व्हाट्सएप ने संपर्क किया था।
दूसरी तरफ, NSO Group ने एक बयान में फेसबुक के सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। NSO ग्रुप ने कहा है कि वह फेसबुक के खिलाफ ‘सख्ती से लड़ने के लिए’ तैयार है। कंपनी ने कहा, “एनएसओ का एकमात्र उद्देश्य लाइसेंस प्राप्त सरकारी खुफिया और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आतंकवाद और गंभीर अपराध से लड़ने में मदद करने के उद्देश्य से उन्हें तकनीक प्रदान करना है।