जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार की किसानों के लिए चलाई जा रही योजनाओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि चुनाव आते ही भारतीय जनता पार्टी को किसान याद आते हैं।
गहलोत ने आज यहां अपने निवास पर पत्रकारों से कहा कि मोदी सरकार किसानों के लिए छह हजार रुपए की योजना लाकर चुनाव जीतने का प्रयास कर रही है, इसके क्या मायने हैं। छह हजार का क्या मतलब है। इससे अधिक की तो हमने पेंशन योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि किसानों का भला करना हैं तो उनका कर्जा माफ किया जाए।
गहलोत ने कहा कि हमने किसानों के दो लाख रुपए के कर्ज माफ किए हैं। पहले चरण में सहकारी और ग्रामीण बैंकों के कर्ज माफ किए गए हैं, अगले चरण के लिए व्यवसायिक और राष्ट्रीय बैंकों से बातचीत की जा रही है, जिससे किसान अपनी रहन रखी भूमि छुड़ा सकें।
गहलोत ने केंद्र सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए कहा कि देश में आज नफरत का माहौल बनाया जा रहा है। व्यापार ठप है। ऐसा माहौल आजादी के बाद नहीं अब तक नहीं देखा गया है। पुलवामा हमले को लेकर केंद्र सरकार कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे रही जबकि माहौल बनाया जा रहा है। लोगों में आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। गहलोत ने कहा कि यह सब जनता का ध्यान बंटाने के लिए किया जा रहा है।
गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कल दिए नारे ‘मोदी है तो मुमकिन है’ की खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि मोदी है तो नामुमकिन है। मोदी ने पांच साल में क्या किया है। उन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया जो उन्होंने पिछले चुनाव से पहले किए थे। वह चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि मोदी कांग्रेस पर गलत तथ्यों पर आरोप लगा रहे हैं। जनता उनको सबक सिखाएगी।
गहलोत ने कहा कि भाजपा और आरएसएस या मोदी हो इनकी की एक ही भाषा है। ये धर्म के नाम पर ध्रुवीकरण कर रहे हैं। ध्रुवीकरण की राजनीति देश के लिए खतरनाक है। कांग्रेस ने ऐसे लोगों को कभी पनपने नहीं दिया।
गहलोत ने खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना के बारे में किए गए सवाल पर कहा कि कानून सबके लिए बराबर है। कानून की पालना कराना सरकार का दायित्व है, लिहाजा चांदना के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि कहा कि हमने जो काम करने हैं वे शुरू हो चुके हैं।गहलोत ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि मीडिया दबाव में काम कर रहा है। ऐसा नहीं होना चाहिए।