मुक्तसर | पंजाब में मुक्तसर जिला के पंजाबा गांव के किसान जुझार सिंह ने चैक बाउंस होने के मामले में अपमानित किये जाने पर कल जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।
किसान आठ लाख रुपये बैंक लिमिट के मामले में घिरा था । उसकी हालत गंभीर बनी हुई है तथा बठिंडा के अस्पताल में इलाज चल रहा है। किसान जमीन भी ठेके पर जोतता था। उसकी एचडीएफसी बैंक लंबी के लिमिट खाते में करीब आठ लाख रुपये की देनदारी थी। डिफाल्टर होने से बचने लिए सात मई को किसान ने गांव के महिल सिंह से अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करवा लिए। इसके बदले उसने अमानत के तौर पर उसे चेक दे दिया। इस चेक के विवाद में वीरवार को किसान को थाने बुलाया गया था।
किसान के बड़े भाई गुरमीत सिंह ने आरोप लगाया कि उसके भाई को आढती फर्म की शिकायत पर थाना प्रभारी धर्मपाल सिंह तथा एएसआई सुखमंदर सिंह ने बुलाकर डराया धमकाया गया। गुरमीत के अनुसार चेक मामला अदालत में विचारधीन है। जिसकी सुनवाई 29 मई को है। उसने कहा कि उसके भाई को थाने में बुलाकर जलील किया गया। जिससे आहत किसान ने अपनी दो बेटियों तथा पत्नी को कीटनाशक पिलाने की कोशिश की। उसकी पत्नी व दोनों बेटियां अपने परिजनों को बुलाने के लिए चली गई। पीछे से जुझार ने कार में बैठ कर कीटनाशक निगल ली।
गुरमीत ने थाना प्रमुख धर्मपाल शर्मा तथा एएसआई सुखमंदर सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। थाना लंबी के प्रभारी धर्मपाल शर्मा ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच राजीनामा हो गया था। उसे कल दस बजे तक पैसे वापस करने थे। लेकिन किसान ने घर जाकर दवा निगल ली । अब उसकी हालत में कुछ सुधार है। ज्ञातव्य है कि पिछले एक सप्ताह में कर्ज तले दबे सात किसान आत्महत्या कर चुके हैं । होशियारपुर जिले में दो दिन पहले एक किसान ने आत्महत्या की।