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Who asked to whome, ' Is highway in your juridiction' - Sabguru News
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शराब तस्करी: किसने पूछा कि ‘हाइवे तुम्हारे भी लगता है क्या?’

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शराब तस्करी: किसने पूछा कि ‘हाइवे तुम्हारे भी लगता है क्या?’
सिरोही जिले के भारजा में पकड़ा गया अवैध शराब का जखीरा।
सिरोही जिले के भारजा में पकड़ा गया अवैध शराब का जखीरा।
सिरोही जिले के भारजा में पकड़ा गया अवैध शराब का जखीरा।

सबगुरु न्यूज-सिरोही। सिरोही में शराब तस्करी के नेक्सस में एक के बाद एक कई जानकारियां सामने आ रही हैं। अब सवाल ये बनता है कि शहर क्षेत्र में गुजरात नम्बर की गाड़ी में मिली शराब के मामले में किसने किससे पूछा था कि ‘हाइवे तुम्हारे भी लगता है क्या?’

जिले में शराब नेक्सस के पनपने के पीछे के राज की एक के बाद एक जानकारियां सामने आ रही हैं। इसी संदर्भ में एक सूत्र ने बताया कि कार्मिक को रात्रि गश्त के दौरान आबूरोड में ही 3 लग्जरी गाडिय़ों में शराब मिल गई। उसने उसे पकड़ लिया। उसके उच्चस्थ को यह जानकारी दी। फिर उच्च्स्थ अधिकारी के पास एक फोन ये आता है और सीधे ही सवाल दागा जाता है कि ‘हाइवे तेरे भी लगता है क्या?’ बाद में कुछ और बातें भी होती हैं। फिर गश्ती कार्मिक को मावल से सिरोही भेज दिया जाता है।

पिण्डवाड़ा आबू विधायक द्वारा 27 मई को किया गया ट्विट, इसके जवाब में सिरोही पुलिस के ट्विटर हेंडल से 31 मई को दी गई जानकारी।
पिण्डवाड़ा आबू विधायक द्वारा 27 मई को किया गया ट्विट, इसके जवाब में सिरोही पुलिस के ट्विटर हेंडल से 31 मई को दी गई जानकारी।

-कोरोना ना होता तो ‘लाइन’ का कोड भी बाहर नहीं आता
पिण्डवाड़ा-आबू विधायक समाराम गरासिया ने 27 मई को एक ट्विट करके ‘लाइन’ शब्द का प्रयोग किया था। ये लाइन शब्द पहली बार कोरोना के दौरान एक महीने पहले बाहर आया। समाराम गरासिया से पहले 10 मई को भाजपा नेता विरेन्द्रसिंह चौहान द्वारा किया गया ट्विट से इसकी पुष्टि होती है कि सिरोही में तस्करी एक महीने से ज्यादा समय से चल रही है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार कोरोना के दौरान राज्य सरकार का आदेश था कि राजस्थान में प्रवेश करने वाले वाहनों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट देखे बिना प्रवेश न किया जाए। इसके बाद भी मावल तस्करी का मुख्य मार्ग बना रहा ये भी सिरोही पुलिस पर सवालिया निशान लगाता है।

विरेन्द्रसिंह चौहान द्वारा किया ट्विट और शराब की भारी खेप पकडऩे के बाद फिर से किया गया समाराम गरासिया का ट्विट।
विरेन्द्रसिंह चौहान द्वारा किया ट्विट और शराब की भारी खेप पकडऩे के बाद फिर से किया गया समाराम गरासिया का ट्विट।

लेकिन, इस दौरान एक भूल हो गई। एक रात इन लग्जरी गाडिय़ों में शराब ले जाते समय रोक लिया गया। सूत्रों के अनुसार ड्राइवर ने बोला ‘लाइन की गाड़ी है।’ अनजान कारिंदे को ‘लाइन’ का पता नहीं था। उसने दो गाडिय़ां और रोक दी। ड्राइवर ने फोन करके कारिंदे को कहा कि ‘ये लो … से बात करो।’ ड्राइवर ने जो नाम लिया उसके कारिंदा जानता नहीं था और वो न ही कोई अधिकारी था।

सूत्रों के अनुसार ‘लाइन’ कोड से वाकिफ एक अन्य कारिंदे ने हस्तक्षेप भी किया। लेकिन, गाडिय़ों को रोकने वाले कारिंदे पर किसी स्थानीय निजाम की कोई जोर जबरदस्ती नहीं होने से वो माना नहीं तो रातों रात उनकी टीम के चार लोगों को मावल से एक कोविड केयर सेंटर भेज दिया गया। वहां आबूरोड शहर के नेता, कार्यकर्ता, मीडियाकर्मी आते जाते रहते थे।
वहां से ‘लाइन’ शब्द कोड लाइन भटका तो फिर धीरे-धीरे ट्विटर पर चढ़ गया। सूत्रों के अनुसार बाद में इस टीम ने इसी तरह एक और अवमानना कर दी तो आरटीपीसीआर के बहाने लोगों को परेशान करने के नाम पर उन्हें बाहर रवाना कर दिया गया।

-गुजरात नम्बरों की गाडिय़ों का जमावड़ा
आबूरोड में लम्बे अर्से से सुबह तीन चार स्थानों पर गुजरात नम्बर की गाडिय़ों का जमावड़ा होना आम हो गया है। सूत्रों के अनुसार इन गाडिय़ो को लाने वाले लोग दिनभर आराम करते हैं और रात होते ही निकल लेते हैं। हाल में ही मावल रोड पर ही एक इलाके में मकान के बाहर इस गाडिय़ों का जमावड़ा लग जाने की सूचना मिली है।
-जांच में शामिल हो ‘लाइन’ से ‘लाइन’ का कनेक्शन
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार सिरोही में शराब तस्करी के मामले में स्थानीय पुलिस की लिप्तता प्रथम दृष्टया आई जानकारी के बाद आईजी जोधपुर रेंज नवज्योति गोगोई ने इसकी जांच भी शुरू करवाई है। इस जांच में इस बात को शामिल किया जाए कि फील्ड से पुलिस लाइन और पुलिसलाइन से फील्ड पोस्टिंग की वजह क्या रही हैं। तो इससे पुलिस के इस नेटवर्क में शामिल होने की भी जानकारी मिल जाएगी।
यदि सरूपगंज, आबूरोड, मावल, मंडार पर पोस्टेड कितने पुलिस कार्मिकों को पिछले चार महीनों में पुलिस लाइन भेजा गया है और क्यों? तथा कितने पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लाइन में होने के बाद भी पिण्डवाड़ा, सरूपगंज, आबूरोड और मंडार में तैनात किया गया है और क्यों?
इतना ही नहीं कोरोना के दौरान आरएसी के आबूरोड और मंडार में तैनात किए गए लोगों को भी शामिल किया जाए तो स्थिति और भी स्पष्ट हो जाएगी। पिण्डवाड़ा विधायक समाराम गरासिया ने फिर से ट्विट करके राज्य सरकार से सिरोही में शराब तस्करी की ‘लाइन’ प्रकरण की जांच की मांग की है।