जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि वह विधायक, सांसद, पत्रकार, साहित्यकार किसी को भी अपना सलाहकार बनाऊं, मुझे कौन पूछेगा। गहलोत ने आज प्रेस कांफ्रेंस में एक सवाल के जवाब में यह बात कही।
उन्होंने विधायकों को अपना सलाहकार बनाने के बाद उठे मुद्दे को बिना मतलब का मुद्दा बताते हुए कहा कि हम सरकार चला रहे हैं, हमे जानकारी है कि उच्चत्तम न्यायालय ने क्या कह रखा हैं, राज्यों में क्या फैसला हुआ है। उन्होंने कहा मैं विधायक, सांसद, पत्रकार, साहित्यकार किसी को भी अपना सलाहकार बना सकता हूं, कौन मुझे पूछ सकता है।
उन्होंने कहा कि सलाहकार एवं संसदीय सचिव पहले भी बनते थे, न्यायालय के आदेश के बाद अब राज्यमंत्री का दर्जा नहीं मिलता, हमने इस संबंध में कोई आदेश नहीं निकाला हैं, आदेश निकाल देते, तब तो मुद्दा बनता, यह बिना वजह का मुद्दा बनाया जा रहा है जो समझ के परे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सलाहकार क्षेत्र में जाकर सरकारी योजनाओं के बारे में फीड बैक लेकर आए और इस बारे में हमें बताए, इसमें क्या गलत किया गया हैं।