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Why Gehlot said Bjp and Rss are not enemy - Sabguru News
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जानिए मुख्यमंत्री गहलोत क्यों बोले भाजपा और आरएसएस दुश्मन नहीं

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जानिए मुख्यमंत्री गहलोत क्यों बोले भाजपा और आरएसएस दुश्मन नहीं
rajasthan cm Ashok Gehlot addressing public in pavapuri newar sirohi
rajasthan cm Ashok Gehlot addressing public in pavapuri newar sirohi
rajasthan cm Ashok Gehlot addressing public in pavapuri newar sirohi

सबगुरु न्यूज-सिरोही। कांग्रेस की उदारता और भाजपा की नफरत की राजनीति के बीच अंतर बताने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी का उद्धरण देते हुए कहा कि भाजपा और आरएसएस से उनकी पार्टी की कोई दुश्मनी नहीं है, लेकिन वो(भाजपा) जिस तरह का माहौल देश में पैदा कर रही है, उससे सजग होने की आवश्यकता है। वे शुक्रवार को पावापुरी में दिव्यांगों को निशुल्क अंग एवं उपकरण वितरण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से देश में संवैधानिक संस्थाओं को खतम करने और माहौल खराब करने का काम किया जा रहा है यह समजासेवी ध्यान रखें। इस पर संज्ञान लेवें। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कार्यकर्ता भी एक समाज सेवक पहले है। जो राजनीतिक कार्यकर्ता समाज सेवा और समाज के हर वर्ग के दुख दर्द को बांटता है उसे आगे बढऩे से कोई नहीं रोक सकता है।

उन्होंने कहा कि गरीब की सेवा करने से जो आत्मिक शांति मिलती है वैसी अनुभूति कहीं नहीं हो सकती। उन्होंने बताया कि उनकी पिछली सरकार ने दिव्यांगों के लिए बहुत काम किया था, उनके आत्मविश्वास को बढ़ाने के लिए शुरू की गई योजनाओं को पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने आगे नहीं बढ़ाया। उन्होंने पावापुरी ट्रस्ट के दिवंगत संस्थापक बाबू काका द्वारा समाजसेवा के लिए किए गए कार्यों को भी सराहा।
इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत हेलीकॉप्टर से पावापुरी हेलीपेड पर पहुंचे। जहां के. पी. संघवी चेरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमेन किशोर एच संघवी, कीर्ति संघवी, अमरीश संघवी एवं क्षेत्रीय विधायक संयम लोढ़ा, राजेन्द्र सांखला ने उनका माला पहना कर अगवानी की।

इस अवसर पर जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल, पुलिस अधीक्षक जय यादव ने भी उनका स्वागत किया। इसके बाद वे शिविर में ट्रायसाइकिल और निशुल्क अंग पाने वाले दिव्यांगों के पास पहुंचे। उनसे उनकी कुशलक्षेम पूछी। मंच पर पहुंचने पर ट्रस्ट की ओर से किशोर संघवी ने साफा पहनाकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया।

इस अवसर पर सिरोही जिला प्रभारी एवं उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवरसिंह भाटी, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजणा, क्षेत्रीय विधायक संयम लोढा एवं भारत सेवा संस्थान के सचिव जी एस बापना एवं भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के सचिव बी आर मेहता एवं जनरल इंश्युरेंस कम्पनी के सहायक महाप्रबंधक नामदेव कदम का ट्रस्ट की ओर माला व साफा पहनाकर अभिनंदन किया। अंत में ट्रस्ट की ओर से मेनेजिंग ट्रस्टी महावीर जैन ने आभार व्यक्त किया।

यहां से निकलने पर पावापुरी हेलीपेड पर सिरोही प्रभारी मंत्री भंवरसिंह भाटी, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजणा, क्षेत्रीय विधायक संयम लोढा, संभागीय आयुक्त ललित गुप्ता, पुलिस महानिरीक्षक सचिन मितल जिला कलक्टर अनुपमा जोरवाल, जिला पुलिस अधीक्षक जय यादव, मुख्य कार्यकारी अधिकारी शुभम चौधरी एवं ट्रस्ट के चेयरमेन किशोर संघवी सहित अनेक जनप्रतिनिधियों ने विदा किया।

-राजनीतिक हित भी साधा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मंच को आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने के लिए भी काम में लिया। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने हाल में ही अपने चुनावी वायदे के अनुरूप किसानों को ऋण माफ कर दिया है।

वहीं बेरोजगारों का बेरोजगारी भत्ता भी बढ़ाया है। उन्होंने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी और राजस्थान भाजपा सरकार ने यदि कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकारों के किए कामों और योजनाओं को आगे बढ़ाया होता तो आज देश और राजस्थान वर्तमान समस्याओं से नहीं जूझता।

पावापुरी में कृत्रिम अंग लगने के बाद कृत्रिम हाथ से मुख्यमंत्री से हाथ मिलाता दिव्यांग।
पावापुरी में कृत्रिम अंग लगने के बाद कृत्रिम हाथ से मुख्यमंत्री से हाथ मिलाता दिव्यांग।

-लोढ़ा का नहीं लिया नाम पर गाड़ी में साथ बैठे
मंच से अशोक गहलोत ने अधिकांश मंचासीन अतिथियों का नाम लिया। इस दौरान कई अतिथियों के नाम उन्हें याद नहीं थे। उन्होंने पीछे मुडकर देखा औरे बोले और कौन है? फिर भी मंच पर ही मौजूद सिरोही से कांग्रेस के बागी विधायक संयम लोढ़ा का नाम नहीं लिया।

ये बात अलग है कि पूर्व निर्धारित मंत्रियों की संख्या से ज्यादा मंत्री आने से मंच पर कुर्सी नहीं रहने पर मुख्यमंत्री ने अपने सुरक्षाकर्मियों से लोढ़ा के लिए कुर्सी भी मंगवाई। इससे पंडाल में ये चर्चा चल निकली कि उन्होंने लोढ़ा को नजरअंदाज किया।

लेकिन, इस बात ने फिर से लोगों को अचरज में डाल दिया कि आखिर मंच पर नाम नहीं लेने के बाद भी मंच से उतरते ही पांडाल के गलियारे में आये तो वही संयम लोढ़ा गहलोत के साथ चलते हुए गलियारे के एक हिस्से में खड़ेे अपने समर्थकों का परिचय देते नजर आए और गहलोत उनके कतारबद्ध समर्थकों से हाथ मिलाते हुए आगे बढ़ते दिखे।

इतना ही नहीं जब मुख्यमंत्री के साथ उनकी गाड़ी में बैठकर ही जब वह हेलीपैड तक गए तो फिर लोग विस्मित दिखे। लोढा के साथ मुख्यमंत्री का कार में जाना इसलिए भी अचरज भरा रहा कि लोढ़ा सिरोही के कांग्रेस के बागी उम्मीदवार के रूप में खडे होकर जीते हैं और कांग्रेस से निष्कासित हैं।
-जल्दबाजी इतनी कि गोग्रास भी नहीं दे पाए
पावापुरी में मुख्यमंत्री गहलोत के आने का समय पौने चार बजे का था। लेकिन वे यहां पर करीब सवा पांच बजे पहुंचे। उन्हें पहले पावापुरी गोशाला जाना था। जहां कल्पवृक्ष का पौधा रोपना था।

इससे पहले उनके लिए गोशाला में गोग्रास देने और बछड़े को झूला झुलाने की व्यवस्था भी थी, लेकिन देरी होने के कारण उन्होंने गोग्रास वाले कार्यक्रम को छोड़ जल्दबाजी में कल्पवृक्ष रोपा और सीधे मंच पर पहुंचे।

 रोहुआ मे मुख्यमंत्री अषोक गहलोत की अगुवाई में पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष।

रोहुआ मे मुख्यमंत्री अषोक गहलोत की अगुवाई में पहुंचे कांग्रेस जिलाध्यक्ष।

-रोहुआ में मिले शेष कांग्रेसी
मुख्यमंत्री के आने के दौरान सिरोही में कांग्रेस दो हिस्सों में दिखी। पूर्व में कांग्रेस के प्रदेष कार्यकारिणी सदस्य संयम लोढा विरोधी समस्त पदाधिकारी रोहुआ में मुख्यमंत्री की अगुआई में रहे। वहां पर मुख्यमंत्री रेवदर कांग्रेस के ब्लाॅक अध्यक्ष वीरभद्रसिंह के देहावसान के बाद परिवार को ढाढस बंधाने पहुंचे थे। यहां पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष जीवाराम आर्य के साथ ष्षेष कांग्रेसजनों ने मुख्यमंत्री की अगुवाई और स्वागत किया। वहीं पावापुरी में वो कंाग्रेसी थे तो संयम लोढा के समर्थक हैं लेकिन कांग्रेस से निष्कासित नहीं हैं।