गूगल कर रहा है लोकल भाषाओं को टारगेट जी हां एक समय ऐसा था जब आप केवल इंटरनेट के नाम पर इंग्लिश भाषा का ही नाम सुना करते थे और कई लोग इंग्लिश का नाम सुनकर घबरा भी जाते थे लेकिन आज का समय ऐसा चुका है कि अब केवल इंग्लिश की प्राथमिकता नहीं रही है और बड़ी-बड़ी कंपनियां जिसमें गूगल भी शामिल है अब लोकल भाषाओं पर सीधे तौर पर बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है।
इसके अंतर्गत आप की मातृभाषा या आप कह सकते हैं आपकी अलग अलग बोली के तरीके को गूगल इंटरनेट पर लेकर आने का प्रयास कर रहा है चाहे वह हिंदी हो चाहे वह मारवाड़ी हो गुजराती हो मराठी हो तेलुगु हो या कोई अन्य लोकल भाषा हो इन सभी को गूगल इंटरनेट पर लाने का पूरा प्रयास कर रहा है।
अपनी भाषा पर करें गर्व
इसके चलते आप बिना किसी झिझक के गूगल से जुड़ सकते हैं और बिना किसी शर्म के और घबराहट के अपने भाषा में काम कर सकते हैं तो इस बात से आप यह तो समझ गए होंगे कि अब केवल इंग्लिश है एक प्राथमिक भाषा नहीं रही इससे यह भी साबित होता है कि हमें अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए। और अपनी भाषा का इस्तेमाल करते हुए गूगल पर यदि किसी प्रकार का भाषा संबंधित जुड़ा होता है। तो इससे जरूर जोड़ना चाहिए ताकि आपकी भाषा को प्राथमिकता दी जाए।