अहमदाबाद। कांग्रेस से इस्तीफे के बावजूद विधायक पद नहीं छोड़ने वाले गुजरात के पिछड़े वर्ग के नेता अल्पेश ठाकोर ने आज चेतावनी दी कि अगर पार्टी ने उन्हें विधानसभा की सदस्यता से भी हटाया तो उसे इसक लिए ‘परिणाम’ भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा।
अल्पेश का यह बयान कांग्रेस की ओर से उन्हें विधायक पद से हटाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को औपचारिक अर्जी दिये जाने के एक दिन बाद आया है। उस अर्जी में उनके पार्टी छोड़ने और इसके अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ प्रचार कर पार्टी विरोधी गतिविधि करने का भी उल्लेख है।
पिछले विधानसभा चुनाव में उत्तर गुजरात की राधनपुर सीट से जीते ठाकोर ने आज पत्रकारों से कहा कि उन्होंने तय किया है कि वह विधायक पद नहीं छोड़ेंगे और पार्टी अगर उन्हें जबरन हटवाएगी तो उसे इसके लिए नतीजा भोगने को तैयार रहना होगा। वह अपने विधायक पद को बचाए रखने के लिए पूरा प्रयास करेंगे।
गत 10 अप्रेल को कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य और राष्ट्रीय सचिव तथा बिहार के सह प्रभारी समेत सभी पदों से त्यागपत्र देने वाले अल्पेश ने पार्टी पर उनसे और उनके संगठन ठाकोर सेना से बार-बार धोखा देने का आरोप लगाया था। उन्होंने यह कहते हुए विधायक पद छोड़ने से इंकार कर दिया था कि वह गरीबों की सेवा करना चाहते हैं।
उन्होंने आज कहा कि कांग्रेस ने हाल में गुजरात में हुए चुनाव से पहले उन्हें विधायक पद से हटाने का प्रयास क्यों नहीं किया। पार्टी में आज भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो इसके विरोध में काम करते हैं।