नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर के कठुआ बलात्कार मामले में दिए गए बयान के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से उन्हें पद से हटाने की मांग की है।
पार्टी ने गांधी द्वारा कठुआ मामले में आधी रात को राजधानी में कैंडिल मार्च निकालने पर भी तंज कसते हुए कहा है कि उन्होंने निर्भया कांड में कैंडिल मार्च क्यों नहीं निकाला और सिख दंगों में महिलाओं के साथ हुए अत्याचार के विरोध में वह क्यों चुप्पी साधे हुए हैं।
केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि मीर ने इस मामले में स्थानीय जनता के हवाले से कहा है कि इस बलात्कार कांड का दोषी बाहर है और यह जांच राजनीति से प्रेरित है तथा इस मामले को रफा दफा करने की कोशिश की जा रही है। भाजपा नेता ने दावा किया कि मीर स्थानीय जनता के हवाले से अपनी बात कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा के दो मंत्रियों ने स्थानीय लोगों की भावनाओं के अनुरूप ही एक रैली में शिरकत की थी जिसके बाद कांग्रेस तथा मीडिया के हंगामे के कारण पार्टी ने अपने दोनों मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया था।
उन्होंने कहा कि मीर ने भी इसी स्थानीय भावना के साहरे अपनी बात कही है तो गांधी उन पर कार्रवाई क्यों नहीं करते और उन्हें पद से क्यों नहीं हटाते। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस का चरित्र यही है कि वह दूसरे पर उंगली उठाती है लेकिन वैसा ही आचरण करने वाले व्यक्ति को खुद संरक्षण देती है।
जावडेकर ने कहा कि गांधी ने कठुआ मामले में तो कैंडिल मार्च निकाल दिया लेकिन निर्भया कांड में भी जब सारा देश इसी तरह उद्वेलित हो रहा था वह कहां गए थे। सिखों के साथ 1984 के दंगों के दौरान महिलाओं पर अत्याचार तथा हरियाणा के मिर्चपुर के दंगों में दलितों की प्रताडना के समय वह कहां थे।
भाजपा नेता ने कहा कि कठुआ मामले के आरोपियों की पेशी को कथित रूप से रोकने वाले बीएस सलाथिया 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद के चुनावी एजेंट थे। कठुआ मामला बेहद संवेदनशील है और इसमें इस तरह की कार्रवाई निंदनीय है। आजाद को सलाथिया के इस काम के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। यह कहने से काम नहीं चलेगा कि वह कांग्रेस में नहीं है।
जावडेकर ने कहा कि भाजपा कठुआ घटना की भर्त्सना करती है और मांग करती है कि इस मामले में न्याय के लिए जोधपुर मामले की तर्ज पर फास्ट ट्रैक कोर्ट बने और गुनहगारों को जल्द से जल्द सख्त सजा मिले।
उल्लेखनीय है कि जम्मू के कठुआ में एक आठ वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से इस मामले को लेकर विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी दो दिन पहले ही देश को भरोसा दिलाया था कि इस घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।