देश ही नहीं विश्व भर में कोरोना वायरस चलते हैं अधिकांश लोग क्वारंटाइन में है। आइए आपको बताते हैं क्वारंटाइन क्या है लोग इसमें कैसे रहते हैं, कोरोना के संक्रमण में आने से बचाव का सबसे बेहतरीन उपाय क्वारंटाइन है।
अगर आपको कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदेह है या फिर सर्दी-जुकाम से पीड़ित हैं और चाहते हैं कि दूसरे लोग संक्रमण से बचें तो इसके लिए क्वारंटाइन है। सबसे पहले तो ये जान लें कि क्वारंटाइन का मतलब खुद को अपने घर के एक कमरे में अलग थलग कर लेना होता है। इससे आपके परिवार के किसी अन्य सदस्य या किसी दूसरे शख्स को वायरस का संक्रमण नहीं फैलेगा, कोरोना या सर्दी जुकाम के लक्षण दिखने पर 14 दिन का होम क्वारंटाइन कारगर उपाय है। यहां हम आपको बता दें कि कोरोना वायरस के लक्षण सामने आने में 14 दिन लग जाते हैं। लेकिन इस दौरान खुद को अलग-थलग कर लेना उबाउ हो जाता है. एकांतवास में समय बीताना बहुत कठिन हो जाता है, समय कटते नहीं कटता।
एकाकीपन को बनाएं सकारात्मक
ऐसे में एकांतवास में जाने पर आप बजाय नकारात्मक सोचने के इसको सकारात्मक तरीके से भी ले सकते हैं, इस दौरान आपके पास पर्याप्त समय मिल जाता है भागदौड़ भरी जिंदगी से आराम करने को। तो अगर आप क्वारंटाइन में हैं तो घर के अधूरे काम को पूरा कर समय का सदुपयोग कर सकते हैं। अपने आप को व्यस्त रखने के लिए अलमारी को दुरुस्त करें, गैर जरूरी कपड़ों को अलमारी से बाहर निकाल कर रख दें।
भाग दौड़ की जिंदगी में स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी मुश्किल होता जा रहा है, ऐसे में क्वारंटाइन में जाने पर आप अपने स्वास्थ्य पर ध्यान दे सकते हैं, व्यायाम व बागबानी कर खुद को व्यस्त और स्वस्थ रख सकते हैं। और सबसे जरूरी बात ये है कि किताबों से अच्छा साथी कोई नहीं हो सकता।
ऐसे में घर वालों के साथ रहने का मौका भी मिल जाता है
सकारात्मक सोच को आगे बढ़ाए, किसी भी स्थिति में नकारात्मक न सोचें घर वालों के साथ वक्त गुजारें, ये अच्छा मौका है कि इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में घर वालों के साथ रहने का मौका मिल रहा है। अल्मारी दुरुस्त करें, ऐसा अक्सर होता है कि वक्त नहीं मिलती है और हम अपने बिखरे काम को सही नहीं कर पाते, अब अच्छा मौका है खाना बनाएं। खाना सीखने और बच्चों और परिवार वालों के साथ खाना बनाना का अच्छा मौका है।
कुछ नयी सीखे- हर क्षेत्र में कुछ नया सीखें, इस वक्त ऑनलाइन तरीके से आप कुछ भी सीख सकते हैं। बच्चों को नई नई चीज़ें बताएं, सिखाएं, खुद भी मजे के साथ बच्चों के साथ रहें व्यायाम करें, वक्त मिला है तो घर पर ही व्यायाम कर सकते हैं। बच्चों के साथ इंडौर गेम्स खेल सकते हैं। अपने परिचित यार-दोस्त और सगे संबंधियों से बात भी कर सकते हैं।
शंभू नाथ गौतम, वरिष्ठ पत्रकार