सैन फ्रांसिस्को। अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ट्वीटों से ट्विटर के सेवा नियमों को तोड़े जाने की चर्चा पर कंपनी ने स्पष्ट किया है कि वैश्विक नेताओं के ट्वीट ब्लॉक नहीं किए जाएंगे।
‘वर्ल्ड लीडर्स ऑन ट्विटर’ नामक ब्लॉग पोस्ट में कंपनी ने शुक्रवार को हालांकि सीधे तौर पर ट्रंप का नाम नहीं लिया और कहा कि इस मंच पर राजनीतिक हस्तियों और वैश्विक नेताओं के बारे में काफी चर्चा होती है।
कंपनी ने कहा कि ट्विटर से किसी वैश्विक नेता के ट्वीट को ब्लॉक करना या उनके विवादास्पद ट्वीट को हटाने से वे महत्वपूर्ण जानकारियां छुप सकती हैं, जिन्हें लोग देखना और जिस पर चर्चा करना चाहते हैं।
कंपनी के अनुसार ऐसा करके उस नेता को चुप नहीं कराया जा सकता, बल्कि इससे उनके शब्दों और कार्य-कलापों पर जरूरी चर्चा निश्चित ही बाधित हो सकती है।
ट्विटर ने ट्रंप के ‘परमाणु बटन’ वाले ट्वीट को ब्लॉक नहीं किया था, जिसकी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हुई थी और कई लोगों का मानना था कि यह ट्वीट उत्तर कोरिया के साथ परमाणु युद्ध की संभावना बढ़ाने वाला है।
इससे पहले, उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने सोमवार को नववर्ष पर देश को संबोधित करते हुए कहा था कि कोरिया ने परमाणु हथियार बना लिए हैं और इसका उपयोग करने वाला बटन ‘हमेशा’ उनके डेस्क पर तैयार रहता है।
कई उपयोगकर्ताओं ने इस ट्वीट को इस उम्मीद के साथ रिपोर्ट किया था कि युद्ध की धमकी देने संबंधी ट्वीट हालिया हिंसक धमकी के बाद ट्विटर की नई शर्तो का उल्लंघन है।
दिसंबर में, ट्विटर ने ऑनलाइन गाली-गलौज, नफरत की भाषा, हिंसक धमकी और उत्पीड़न की घटना में कमी लाने के लिए हिंसक और नफरत भरे कंटेंट के प्रति नया नियम लागू किया था।
ट्रंप के ट्वीट के संबंध में मिली प्रतिक्रिया पर कंपनी ने पहले ही स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि कंपनी ने इस संबंध में समीक्षा की और ‘पाया कि इस ट्वीट से अपमानजनक व्यवहार पर ट्विटर के नियमों का उल्लंघन नहीं हुआ है।’
ट्विटर ने कहा कि ट्रंप जो(पद) हैं और उनके बयान की योग्यता के अनुसार उनका पोस्ट जो भी हो, यह नियम उन पर लागू नहीं होता।
कंपनी ने अपने ब्लॉग में कहा कि वह नेताओं के ट्वीट की समीक्षा उनके राजनीतिक बयान के संदर्भ में करती है, जोकि उनके बारे में बताया है और उसी हिसाब से इसके नियम लागू होते हैं।