अजीब फलसफा है जिंदगी का..
.
.
इधर स्मार्टफोन की बैटरी ख़त्म और
उधर अकेलापन शुरू..
जब भी वो सामने आती है….
.
.
.
दिल मिल्खा, जुबान मनमोहन और
ख़याल इमरान हाशमी हो जाते हैं..
एक महिला वकील के पासजाकर बोली..
मुझे मेरे पूर्व पति से फिर से शादी करनी है..
वकील–क्यूँ अभी आठ दिन पहले ही तो मैंने आप दोनोंका तलाक़ करवाया है। फिर वापस शादी क्यों…?
महिला–दरअसल वो तलाक़ के बाद बहुत खुश दिख रहे हैं और मैं ये बर्दाश्त नहीं कर सकती
ज़माने पर यकीन करने की कितनी भी कोशिश करो,
.
.
.
.
.
सावधान इंडिया का एक एपिसोड दिमाग की ऐसी तैसी कर देता हे।
प्रिय मानसून,
ज्यादा रोमांटिक होने की जरूरत नहीं है।
हमारे पास ऐसी गर्लफ्रेंड नहीं है जो शिफोन
की साड़ी पहनकर बारिश में डान्स करती हो।
हमारे पास बीवियाँ है , जो बारिश होने पर जब हम ऐसी ठंड़ मे भीगे हूवे घर आते हैं
तो वो बेचारी दौड़कर हमारे पास अती हैं
और बोलती हैं
गेट पर ही रुक्जाओ अंदर मत आना सारा घर गन्दा हो जयेगा।