सबगुरु न्यज-जालोर/सिरोही। जालोर-सिरोही लोकसभा सीट में इस बार भाजपा प्रत्याशी देवजी पटेल और कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवासी दोनों ही अपने भाषणों में मोदी का सहारा ले रहे हैं। अंतर सिर्फ यह है कि देवजी पटेल के मादी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं तो रतन देवासी के मोदी आदर्श को-ऑपरेटिव सोसायटी के संस्थापक सदस्य मुकेश मोदी हैं।
देवजी पटेल हर जगह नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं तो रतन देवासी ने नरेन्द्र मोदी का नाम तक नहीं ले रहे। देवासी अपने हर भाषण में आदर्श के संचालक मुकेश मोदी द्वारा कथित रूप से भाजपा का टिकिट मांगने पर उनसे राजनीतिक द्वेष निकालने के लिए हजारों एडवाइजर और लाखों निवेशकों से खिलवाड़ किए जाने का मुद्दा बनाया जा रहा है।
23 मई को यह पता चलेगा कि कौनसे मोदी प्रभावी रहते हैं, लेकिन यह तय है कि यह चुनाव भी देश की अन्य कई लोकसभा सीटों तरह स्थानीय बनाम राष्ट्रीय मुद्दों का हो गया है। जिसमें एक तरफ राष्ट्रीय समस्याओं की बात की जा रही है तो दूसरी तरफ स्थानीय मुद्दों को हवा दी जा रही है।लेकिन, 2009 और 2014 के परिणामों के प्रकाश में 2019 की विवेचना करें तो इसमें कोई दो राय नहीं है कि जालोर लोकसभा में आदर्श फैक्टर जीत-हार तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
-आखिर किसके मोदी पड़ेंगे भारी
आदर्श के्रडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी में जालोर और सिरोही के लाखों निवेशकों के पैसे हैं। इतना ही नहीं देखा जाए तो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस संस्थान ने कई रोजगार भी क्रिएट किए हैं। कथित राजनीतिक द्वेष निकालने में इन निवेशकों के पैसे और एजेंटों के रोजगार पर सीधा प्रभाव पड़ा है।
वहीं बालाकोट मामले के बाद केन्द्र की मोदी सरकार ने रोजगार के क्षेत्र में धूमिल होती अपनी छवि को कुछ हद तक सुधारा है। अब 29 अप्रेल को होने वाला मतदान यह तय करेगा कि आखिर किस मोदी के प्रति संवेदना किस प्रत्याशी को भारी पड़ेगी। सोशल मीडिया पर बने समूहों में दोनों ही मोदी के समर्थक आमने सामने हैं।
वैसे स्थानीय भाजपा नेता आदर्श क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसयटी के संबंध में उनकी किसी भी भूमिका को सिरे से खारिज करते नजर आ रहे हैं। इसके लिए वर्तमान सांसद देवजी पटेल ने कई जगह अपना स्पष्टीकरण भी दिया है।
-नेताओं ने भी इसी मुद्दे को भुनाया
कांग्रेस ने जहां स्थानीय मुद्दे के रूप में मुकेश मोदी के साथ हुए कथित अन्याय को अपनी चुनावी रणनीति में शामिल किया हुआ है तो भाजपा नरेन्द्र मोदी के चेहरे और नाम को भुनाने में लगी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सिरोही में हुई सभा में कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवासी, सिरोही विधायक संयम लोढ़ा सहित कांग्रेस के अन्य नेताओं ने आदर्श से जुडंी संवेदनाओं को भुनाने की कोशिश की ।
तो सिरोही में आए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अविनाश राय खन्ना और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंसों के माध्यम से स्थानीय मुद्दों की बजाय राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांगते नजर आए।