सिरसा। हरियाणा में किसान तीन कृषि कानूनों के विरोध में 26 नवंबर को दिल्ली की ओर कूच करेंगे। किसानों का धरना 44वें दिन भी जारी रहा। वहीं क्रमिक अनशन के 27वें दिन रोहिड़ांवाली गांव से भूख हड़ताल पर भरत सिंह, विनोद कुमार, भूप सिंह, सुरेंद्र कुमार व गुरदेव सिंह बैठे।
हरियाणा किसान मंच के प्रदेशाध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने आज यहां कहा कि 26 नवंबर को केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन किसान विरोधी बिलों के विरोध में दिल्ली की ओर किसान कूच करेंगे। दिल्ली कूच को लेकर आज धरनास्थल पर बैठक कर दिल्ली कूच को लेकर रणनीति बनाई गई है।
उन्होंने कहा कि किसान संगठनों के पदाधिकारी पिछले कई दिनों से गांव-गांव जाकर किसानों से संपर्क साधकर उन्हें दिल्ली कूच में भाग लेने के लिए निमंत्रण दे रहे हैं। दिल्ली कूच को लेकर गांवों में किसानों की कमेटियां बनाई जा रही हैं, ताकि सरकार को करारा जवाब दिया जा सके।
भारूखेड़ा ने कहा कि किसान हितैषी होने का दम भरने वाली सरकार ने तीन काले कानून लाकर किसानों की कमर तोडऩे का काम किया है। इन तीनों काले कानूनों से किसान वर्ग तबाह हो जाएगा। देश के करोड़ों लोगों का पेट भरने वाला अन्नदाता दाने-दाने का मोहताज हो जाएगा। क्योंकि कारपोरेट जगत जमकर किसान का शोषण करेगा।
उन्होंने कहा कि किसान सरकार के कानूनों से भयभीत नहीं है, बल्कि कारपोरेट जगत से होने वाले शोषण से अधिक भय खाए हुए है। सरकार अपने चहेतों को लाभ देने के लिए पूंजीपतियों के हवाले व्यवस्था को सौंप रही है, जोकि भविष्य के लिए काफी खतरनाक है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार इन तीनों काले कानूनों को निरस्त नहीं कर देती, तब तक किसान चैन से नहीं बैठेगा।