पुणे। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने शुक्रवार को कहा कि वह अगले तीन से चार महीनों में एक आदेश जारी करेंगे, जिसके तहत कार निर्माताओं के लिए वाहनों में फ्लेक्स-फ्यूल इंजन लगाना अनिवार्य कर दिया जाएगा।
गडकरी ने कहा कि वह चाहते हैं कि देश में स्थानीय स्तर पर उत्पादित एथेनॉल का उपयोग हो ताकि पेट्रोल और डीजल की खपत में कमी आ सके। वह पुणे में एक फ्लाईओवर के शिलान्यास समारोह में बोल रहे थे, जहां महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि मैं अगले तीन से चार महीनों में एक आदेश जारी करने जा रहा हूं,जिसमें बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज से लेकर टाटा और महिंद्रा तक कार निर्माता कंपनियों को फ्लेक्स इंजन बनाने के लिए कहा जाएगा।
गडकरी ने कहा कि उन्होंने बजाज और टीवीएस कंपनियों को अपने वाहनों में फ्लेक्स इंजन लगाने के लिए कहा है, और यह भी निर्देश दिया है कि जब तक वे ऐसा नहीं करते तब तक उनसे संपर्क न करें। फ्लेक्स ईंधन या फ्लेक्सिबल ईंधन, गैसोलीन और मेथनॉल या इथेनॉल के संयोजन से बना एक वैकल्पिक ईंधन है।
गडकरी ने कहा कि मेरी एक इच्छा है। मैं अपने जीवनकाल में देश में पेट्रोल और डीजल के उपयोग काफी कम करना चाहता हूं और हमारे किसान इथेनॉल के रूप में इसका विकल्प दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में तीन इथेनॉल पंपों का उद्घाटन किया था।
उन्होंने कहा कि मैं आपसे (अजीत पवार) पुणे के साथ-साथ पश्चिमी महाराष्ट्र के जिलों में कई इथेनॉल पंप स्थापित करने के लिए कहना चाहता हूं, क्योंकि इससे किसानों और चीनी उद्योग को मदद मिलेगी।
गडकरी ने कहा कि पुणे शहर बहुत भीड़भाड़ वाला हो गया है और इसके विस्तार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मैं अजीत पवार से अपील करता हूं कि पुणे को हवा, पानी और ध्वनि प्रदूषण रहित बनाएं।
मैं पुणे-बेंगलूरु राजमार्ग पर एक्सप्रेस-वे बना रहा हूं। मैं सड़क के दोनों तरफ जमीन खरीदने और एक नया पुणे शहर स्थापित करने की अपील करता हूं, और इसे मेट्रो रेल और ट्रेन सुविधा से जोड़ें ताकि पुणे के भीड़भाड़, यातायात समस्या और प्रदूषण से मुक्ति मिल सके।