नई दिल्ली। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने दावा किया कि 2019 का आम चुनाव जीतने के बाद पार्टी को कम से कम 50 साल तक शासन से कोई हटा नहीं पाएगा और वह ऐसा अहंकार में नहीं बल्कि अपने काम काज के आधार पर कह रहे हैं।
शाह ने रविवार को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि 2019 के चुनाव के पहले पार्टी के नौ करोड़ कार्यकर्ता, 22 करोड़ परिवारों से संपर्क करेंगे और उन्हें सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों से अवगत कराएंगे।
उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव के बाद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्राम नहीं किया है। उन्होंने 300 लोकसभा क्षेत्रों का दौरा किया और चुनाव के पहले शेष 240 क्षेत्रों का भी दौरा कर लेंगे। उन्होंने कहा कि 2001 के चुनाव में गुजरात में जीते थे और इसके बाद से वह लगातार जीत ही रहे हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि 2019 का चुनाव जीतने के बाद पार्टी को अगले 50 साल तक सत्ता से कोई हटाने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा हम अहंकार के कारण नहीं बल्कि काम के आधार पर कह रहे हैं। देश की राजनीति बदल रही है और अब परिणाम एवं प्रदर्शन की भूमिका अहम हो गई है। हम इसी विश्वास के आधार पर चलेंगे।
भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इस बैठक की एक विशेषता यह रही कि इसमें राजनीतिक प्रस्ताव पारित किया गया लेकिन आर्थिक या विदेश मामलों को लेकर कोई प्रस्ताव नहीं आया। अलबत्ता कृषि को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया। असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया। वाजपेयी के निधन पर एक शोक प्रस्ताव पारित किया गया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कुछ राज्यों में अनुसूचित जाति जनजाति अत्याचार निवारण कानून को लेकर सवर्णों के आंदोलन को लेकर चर्चा की अनुमति नहीं दी गई और पत्रकारों के सवालों को भी टाला गया। इसी प्रकार से सोमवार को पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों को लेकर विपक्ष के भारत बंद को लेकर भी कोई बात नहीं हुई।
बैठक में तय किया गया कि 150वीं गांधी जयंती के मौके पर विभिन्न स्थानों पर भाजपा के 150-150 कार्यकर्ताओं की टोलियां बनाईं जाएंगी और ये 10 -10 किलाेमीटर की पदयात्रा करके लोगों को जानकारी देंगी कि स्वच्छ भारत के गांधी के सपने को किस हद तक साकार किया गया है।