कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने रविवार को एक रैली में अपने कार्यकर्ताओं से रहस्यमयी ढंग से पूछा कि अगर ‘वे’ कल मेरे घर आएंगे तो क्या आप सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे।
बनर्जी की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई, जब केंद्रीय एजेंसियों ने उनके दो करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि उनका ‘वे’ से क्या मतलब है। तृणमूल कांग्रेस के कुछ अन्य नेता भी विभिन्न आरोपों के सिलसिले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) या प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच के दायरे में हैं। इसके जवाब में कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में जोर से कहा कि वे उनका समर्थन करते हुए आंदोलन करेंगे।
बनर्जी तब कार्यकर्ताओं से कहा वे लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करे। उन्होंने कहा कि आप लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करेंगे, ठीक? मैं अपनी लड़ाई खुद लड़ूंगी। लेकिन आप लोगों को अपनी लड़ाई लड़नी होगी। उन्होंने कहा कि अगर मेरे किसी भी सहयोगी को बिना किसी कारण जेल में बंद कर दिया गया तो पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेगी। उन्होंने राज्य में केंद्रीय एजेंसियों और विपक्षी दलों के खिलाफ चौतरफा हमला किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि कितनों को गिरफ्तार करेंगे, मैं सभी को एकजुट करके ‘जेल भरो’ आंदोलन शुरू करूंगी।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के तत्कालीन महासचिव और मंत्री पार्थ चटर्जी को पिछले महीने ईडी ने गिरफ्तार किया था, जबकि सीबीआई ने इस सप्ताह की शुरुआत में पार्टी के बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार किया था।
चटर्जी को राज्य के शिक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं के संबंध में गिरफ्तार किया गया था। मंडल को बांग्लादेश से गायों की अवैध तस्करी में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर गिरफ्तार किया गया है।
बनर्जी ने मंडल का समर्थन करते हुए कहा कि आप बंगाल के रास्ते उत्तर प्रदेश और बिहार से गायों को क्यों भेजते हैं। उन्होंने कहा कि यह किसकी जिम्मेदारी है कि मवेशियों की तस्करी न हो। यह बीएसएफ की जिम्मेदारी है। बीएसएफ के प्रभारी केंद्रीय मंत्री कौन हैं। गृह मंत्री अमित शाह।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार उनके करीबी सहयोगी और शहर के महापौर फिरहाद हकीम तथा तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को निशाना बनाकर साजिश कर सकती है। उन्होंने विपक्ष की ओर से तृणमूल कांग्रेस का अपमान करने के विरोध में 16 अगस्त से राज्य के हर प्रशासनिक विकासखंड में रैलियां निकालने और बैठकें करने का कार्यकर्ताओं से आग्रह किया।