जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में एक महिला और उसकी पुत्री की हत्या के मामले का पुलिस ने आज खुलासा करते हुए एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने बताया कि ग्राम टेमरभीटा निवासी आशीष ने 28 सितम्बर को थाना गोराबाजार बरेला निवासी बहन बबीता झारिया (42) तथा भांजी निशा (20) के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
उसने बताया था कि बहन के पति नरेश झारिया की लगभग 20 साल पहले मृत्यु हो गई थी। बहन की लडकी निशा झारिया आंगनवाडी मे सहायिका थी। उसने 27 सितंबर की सुबह बहन से मोबाइल पर बात की थी। अगले दिन फोन करने पर उनके मोबाइल नंबर बंद थे।
एसपी बहुगुणा ने बताया कि आशीष 29 तारीख को बहन के घर बरेला गया तो ताला लगा मिला। पूछताछ करने पर पडोसियों ने बताया कि 27 सितम्बर रात्रि को उन्होंने दोनों को घर मे देखा था। सूचना पर बरेला पुलिस ने गुमशुदा के तहत प्रकरण दर्ज कर प्रकरण को विवेचना में लिया।
पतासाजी में ज्ञात हुआ की पडोस में रहनी वाली उसकी देवरानी मालती झारिया का विगत 04 वर्षाे से काशी महगवां निवासी संजय श्रीपाल के साथ प्रेम प्रसंग था। वह अक्सर उसके घर आना-जाना था। इस कारण से देवरानी और जेठानी में अक्सर विवाद होता था।
पुलिस ने संदेही संजय श्रीपाल को अभिरक्षा मे लेकर पूछताछ की गयी तो बबली झारिया और निशा झारिया की हत्या करना स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि वह उसके प्रेम-प्रसंग में बाधा डालती थी।
इसके कारण 27 सितम्बर को प्रेमिका मालती झारिया और साथी राजा कोल, देवा ठाकुर के साथ मिलकर रात्रि लगभग 10 घर के अंदर घुसकर दोनों की रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद शवों को एक चादर मे लपेटकर उसकी मोटर साइकिल में लादकर काशी महगवां कैनाल पुल के पास कैनाल के किनारे गढ्ढे में दफना दिया।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मंगलवार को दोनों के शव तहसीलदार की उपस्थित में निकलवाने के बाद पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिए। पुलिस ने देवरानी, उसके प्रेमी सहित एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है तथा एक फरार आरोपी की तलाश जारी है।