कोलकाता। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहां बुधवार रात एक विवाद के कारण आरोपी महिला ने एक ही परिवार के चार सदस्यों की बेहरमी से हत्या कर दी गई। मरने वालों में दो महिलाएं, एक व्यक्ति और एक नाबालिग है।
हावड़ा शहर में अपने ही परिवार के चार सदस्यों की धारदार हथियार से हमला और पीट पीटकर मारने के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। जिसे आज अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि हावड़ा थाना क्षेत्र के एमसी घोष लेन में पल्लवी घोष नामक महिला ने कल रात अपने परिवार के सदस्यों पर हमला कर चार सदस्यों को मार डाला। यह घटना कल रात करीब 10 बजे हुई, जब देबाशीष और उनकी पत्नी रेखा शौचालय में नल से पानी बहने को लेकर आपस में बात कर रहे थे।
तभी आरोपी महिला ने ‘कटारी’ से सबसे पहले अपनी सास माधवी घोष, फिर बहनोई देबाशीष और उनकी पत्नी हमला किया उसके बाद उनकी 13 वर्षीय पुत्री तियाशा को मार दिया। तियाषा के चिल्लाने पर उसे बचाने आए दो अन्य रिश्तेदार भी हमले में घायल हो गए।
उन्होंने बताया कि महिला के हमला करने के बाद से उसका पति देबराज फरार है। पुलिस ने फरार युवक की तलाश शुरू कर दी है। आरोपी महिला को गुरुवार को हावड़ा अदालत में पेश किया जाएगा।
क्या है मामला
बताया जा रहा है कि मध्य हावड़ा के एमसी घोष लेन में शिशिर घोष का दो मंजिला मकान है। मकान की पहली मंजिल पर मकान मालिक घोष अपने छोटे बेटे देवराज, बहू पूर्णिमा और पोते के साथ रहते थे। निचले तल पर घोष की पत्नी माधवी घोष अपने बड़े बेटे देवाशीष, बहू रेखा और पोती के साथ रहती थीं। दोनों भाइयों और उनकी पत्नी के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। आए दिन पारिवारिक झगड़े होते रहते थे।
बुधवार की रात करीब 11 बजे जेठानी और देवरानी के बीच बहस हो गई। राखी पूर्णिमा के दिन सत्यनारायण पूजा किसके घर होगी को लेकर विवाद छिड़ गया। बाद में बाथरूम से पानी गिरने को लेकर दोनों उलझ पड़ीं। नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। इसी बीच, छोटी बहू तैश में आकर अपने कमरे से कटारी लेकर आ गई।
पूर्णिमा ने सबसे पहले जेठानी, फिर जेठ और इसके बाद सास पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। यह सब देखकर जेठ की बेटी त्रिशा डंडा लेकर चाची को मारने आई, तो पूर्णिमा ने उसे मार डाला। चीख-पुकार सुनकर पड़ोसी घर के अंदर आ गए। पड़ोसियों को देख पूर्णिमा भड़क गई। एक-एक कर सब पर हमला करने लगी। खबर मिलते ही एसीपी रैंक के पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। चारों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने सभी को मृत घोषित कर दिया।