मिर्जापुर | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना ‘खुले में शौच मुक्त भारत’ की मुहिम रंग लाती दिख रही है। जिले में एक युवती ने वर पक्ष के सामने शादी से पहले शौचालय बनाने की शर्त रखी है।
दुल्हन के इस प्रस्ताव को मंजूर करते हुये वर पक्ष नायाब शर्त को पूरा करने में जुटा है।जिले के लालगंज क्षेत्र स्थित बामी गांव के एक लड़के का विवाह भारतगंज की मोनी के साथ तय हुई है। घर के बड़े बुजुर्गो के बीच शादी ब्याह की रस्मों के बारे में औपचारिक बातचीत पूरी हुयी और दोनो पक्ष खुशी खुशी शादी के लिये तैयार हो गये। इस बीच मोनी को पता चला कि उसकी होने वाली ससुराल में महिलायें शौच के लिये खेतों में जाती है। युवती को यह बात नागवार गुजरी और उसने अपने माता पिता से विवाह से पहले वर पक्ष से शौचालय के निर्माण की बात करने को कहा हालांकि परिजनो ने बेटी को चुप रहने की नसीहत दी।
परिजनों के इस बारे में हाथ खड़े कर देने से खफा मोनी ने अपनी होने वाली सास नजमा को फोन कर शादी से पहले शौचालय बनाने को कहा। बहू की शर्त ने नजमा और अन्य परिजनो के सामने दुविधा खडी कर दी। इस बात की जानकारी ग्राम प्रधान सावित्री देवी को हुई तो वह आगे आयी और उन्होने युद्ध स्तर पर काम करवाना शुरू कर दिया। ग्रामीण भी गांव में आने वाली नववधू की मांग को पूरा करने के लिये ग्राम प्रधान की शौचालय निर्माण की पहल का तहेदिल से स्वागत कर रहे हैं। प्रधान ने कहा कि मोनी ने गांव वालों की आंख खोल दी है। गांव का हर शख्स अपने घर में अब शौचालय बनवाने को उत्सुक है। गांव वालों ने तय किया है कि अपने घर में लडकों के विवाह से पहले शौचालय जरूर बनवायेंगे। बहरहाल, शादी से पहले शौचालय (इज्जत घर) बनवाने की वधू की शर्त की जिले में काफी चर्चा हो रही है।