मथुरा। उत्तर प्रदेश के मथुरा में पति का विकलांगता प्रमाणपत्र बनवाने आई महिला ने पति को अपनी पीठ पर बिठाया तो इसका वीडियों वायरल होने पर जिलाधिकारी ने दिव्यांग के साथ ऐसे व्यवहार के लिए संबंधित अधिकािरयों को फटकार लगाते हुए महिला को घर से सरकारी गाड़ी में बुलवाकर उसके कार्य हाथों हाथ सम्पन्न कराए।
नौहझील क्षेत्र के मानागढ़ी गांव की मूल निवासी तथा हाल में मथुरा निवासी विमला अपने विकलांग पति का विकालांगता प्रमाणपत्र बनवाने के लिए सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पर अपने पति के साथ आई थी।
उससे वहां पर सार्टीफिकेट बनाने के लिए पति का फोटो लाने के लिए कहा गया। कोई साधन नहीं मिलने पर महिला सीमएमओ आफिस से अपने पति को पीठ पर बैठाकर जिस समय फोटो खिंचाने जा रही थी उसी समय किसी ने उसका वीडियो बना दिया तथा सोशल मीडिया पर उसे वायरल कर दिया।
जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र ने जब इसे देखा तो वे भावुक हो गए। उन्होंने तुरंत ही सीमएमओ डा़ एस के त्यागी को बुलाया और सोमवार की घटना के बारे में जानकारी ली। विकलांग के साथ इस प्रकार के बर्ताव पर उन्होंने अधिकारियों की खिंचाई की और सरकारी गाड़ी भेजकर महिला विमला और उसके विकलांग पति बदन सिंह को कलेक्टरेट बुलवाया।
उन्होंने विकलांग बदन सिंह को न केवल ऐसी ट्राइसाइकिल दी जो आवश्यकता पड़ने पर ह्वील चेयर का भी काम करे, बल्कि उसे बैशाखी यानी ’क्रचेज’ भी दीं और अधीनस्थों को बुलाकर आदेश दिया कि बदन सिंह को विकलांग पेंशन देने की सभी औपचारिकताएं एक पखवाडे में पूरी कराए जिससे उसे पेंशन मिल सके।
इसके बाद जिलाधिकारी ने जहां विकलांग बदन सिंह को सरकारी वाहन से उसके घर पहुंचवाया वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया कि वे अपने कार्यालय में एक ट्राइसाइकिल या व्हील चेयर का रखना सुनिश्चित करें जिससे भविष्य में किसी विकलांग को परेशानी न हो। उन्होंने सीएमओ को भी निर्देश दिया कि वे अपने कार्यालय के कर्मचारियों को निर्देश दें कि भविष्य में किसी विकलांग के साथ ऐसा सलूक न हो।