सिरसा। हरियाणा के सिरसा मेेें सत्र न्यायालय में आज एक महिला पुलिसकर्मी की एक वकील से झड़प हो गई, जिसके बाद वकीलों ने कार्य बहिष्कार कर दिया।
सत्र न्यायालय में एक नवविवाहित जोड़े की सुरक्षा से संबंधित मामले में वकील सौरभ नागपाल आज सुबह पैरवी कर रहे थे। इसी दौरान नाथूसरी चोपटा थाना की सहायक उप निरीक्षक गुरमीत कौर भी इसी मामले में पेश हुई और युवती के बयान दर्ज करवाने की बात की।
युवती का मेडीकल व बयान दर्ज करवाने की बात पर सौरभ नागपाल सहायक उप निरीक्षक गुरमीत कौर के बीच कहासुनी हो गई तो इस दौरान वहां खड़े एडवोकेट ठाकुर जांगडा़ और सहायक उप निरीक्षक गुरमीत कौर के बीच बहस तेज हो गई। जैसे-जैसे वकीलों को यह बात पता चलती गई वह अदालत पहुंचने शुरू हो गए।
इस दौरान न्यायालय में जिला एवं सत्र न्यायधीश राजेश मल्होत्रा मौजूद नहीं थे। मल्होत्रा पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के जिले के प्रशासनिक न्यायमूर्ति मंजली नेहरू कौल के साथ ऐलनाबाद एवं डबवाली उपमंडल न्यायालयों के निरीक्षण भ्रमण पर गए हुए थे।
एडवोकेट ठाकुर जांगड़ा ने यह मामला बार एसोसिएशन के संज्ञान में लाया और बार एसोसिएशन ने ‘नो वर्क‘ की घोषणा कर दी। वकीलों ने पुलिस उप निरीक्षक को निलंबित करने की मांग की है।
मामला पुलिस अधीक्षक अर्पित जैन के संज्ञान में आया तो उन्होंने डीएसपी संजय बिश्नोई व धर्मबीर सिंह को मौके पर भेजा जिन्होंने दोनों पक्षों का बीच बचाव कर मामले को शांत करवाने की कोशिश की। देर शाम तक बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों, जजों व पुलिस अधिकारियों के बीच इस मामले को लेकर बैठक चल रही थी।
उधर, गुरमीत कौर ने आरोप लगाया कि वकील उन्हें थप्पड़ मारने के लिए आगे बढ़ रहा था तब उन्होंने बचाव में वकील को धक्का देकर पीछे किया। उन्होंने एडवोकट ठाकुर जांगड़ा के लगाए आरोपों को बेबुनियाद करार दिया।
सिविल लाइन थाना प्रभारी राम निवास ने संपर्क करने पर कहा कि उन्हें इस मामले में किसी पक्ष से कोई लिखित शिकायत नहीं आई है। समाचार लिखे जाने तक बार एसोसिएशन का नो वर्क का फैसला बरकरार था।