चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में तीन दिन लगातार बरसात से दीवार ढहने से एक महिला की मौत हो गई तो रावतभाटा क्षेत्र के स्कूलों में दो दिन अवकाश घोषित कर दिया है।
जिले भर में रविवार शाम से शुरू हुआ बरसात का दौर मंगलवार शाम तक बना रहने से सभी बड़े छोटे बांध तालाब भरकर ओवरफ्लो हो गए जिसके कारण शहर में होकर बहने वाली गंभीरी एवं बेड़च नदी मंगलवार को उफान पर आ गई।
शहर में बाढ़ के हालातों से बचने के लिए जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल ने जल संसाधन एवं पुलिस अधिकरियो के साथ दोनों नदियो का जायजा लेकर बचाव एवं राहत के निर्देश दिए। हालांकि देर रात गंभीरी बांध में पानी की आवक कम होने से बाढ़ की स्थिति फ़िलहाल टल गई है। दूसरी ओर शहर की कई नव विकसित कॉलोनियों में तीन तीन फ़ीट पानी आज भी भर हुआ है।
वर्ष 2016 में रिकॉर्ड बरसात से हुई जलप्लावन के हालातों से स्थानीय निकाय ने सबक नही सीखा और पानी निकासी की कोई व्यवस्थाएं नहीं होने के चलते सांसद, विधायक एवं ज़िला प्रमुख सहित कई अधिकारियो के सरकारी आवास वाले मधुवन क्षेत्र में जल निकासी नहीं होने के कारण तीन से पांच फ़ीट पानी भर गया तो निम्बाहेड़ा रोड पर भी इतना ही पानी भरने के कारण आवागमन ठप होने के साथ आज भी जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया।
इस बीच तीन दिनों की बरसात का प्रतिकूल असर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिला जिसके चलते सेमलपुरा ग्राम में कल दोपहर अपने कच्चे मकान एक दीवार ढह गई जिससे घर में खाना बना रही महिला मलबे में दब गई जिसे घायलावस्था में उदयपुर रैफर किया लेकिन देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई।
ग्रामीण क्षेत्रों में नदी नाले उफान पर होने के कारण कई रस्ते आज भी जाम है। रावतभाटा उपखंड में भारी बरसात के कारण जिला कलेक्टर पोसवाल ने स्कूलों में विद्यार्थियो के लिए बुधवार व गुरुवार का अवकाश घोषित कर दिया है।