अजमेर। अजमेर कलेक्ट्रेट परिसर में बुधवार को उस समय हडकंप मच गया जब एक महिला ने एनआईसी सेंटर के समीप पानी भरे गहरे टेंक में छलांग लगा दी। शुक्र है टेंक में पानी कम होने से आनन फानन मौजूद लोगों ने उसे बाहर निकाला।
हुआ यूं था कि कलेक्ट्रेट परिसर में काम करने वाली दो महिलाओं में किसी बात को लेकर बहस हो गई। देखते ही देखते बहस झगडे में तब्दील हो गई और मामला हाथापाई में बदल गया। बीच बचाव के लिए जब तक लोग आते तब तक एक महिला विजय लक्ष्मी ने समीप बने पानी के टेंक में छलांग लगा दी।
मौके पर बडी संख्या में लोगों के जमा हो जाने से उसे तत्काल टेंक से बाहर निकाला और उसकी जान बच गई। विजय लक्ष्मी का कहना है कि उसे वकील पुष्पा पंवार आए दिन परेशान करती है तथा कलेक्ट्रेट परिसर में टेबल लगाने नहीं देती।
उधर, पुष्पा पंवार ने कहा कि वह विधिक सेवा में अपनी टेबल लगाना चाहती है इसके लिए वह फार्म लेने गई थी तभी विजय लक्षमी उससे लडने लगी। पंवार ने कहा कि विजय लक्ष्मी वकील नहीं है साथ ही बिना किसी लाइसेंस के कलेक्ट्रेट परिसर में फार्म, स्टांप आदि बेचती है। मेरे साथ उसने मारपीट की, चोट पहुंचाई। ये हर किसी पर अनर्गल आरोप लगाती रहती है। पहले भी यह मुझसे झगड चुकी है तब मेरा मोबाइल तोड दिया था।
बताया जा रहा है कि विजय लक्ष्मी ने टेंक में छलांग लगाने से पहले तहसील परिसर में स्थित बंद कुएं में भी कूदने का प्रयास किया था लेकिन वहां स्टाफ की नजर पड जाने से उसे भगा दिया गया। किसी प्रकार की अनहोनी आगे फिर न हो इसके लिए कलेक्ट्रेट प्रशासन ने टेंक पर ताला लगवा दिया।
बहरहाल कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद स्टाफ और अन्य वकीलों ने समझाइश कर दोनों को झगडा न करने की नसीहत दी। उनका कहना था कि दोनों की बीच हमेशा अनबन रहती है। ऐसे में कोई इनके बीच नहीं पडना चाहता। इस बीच किसी ने पुलिस को खबर कर दी। सूचना पाकर पहुंची सिविल लाइन पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। इसके बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।