अजमेर। संभाग के सबसे बड़े राजकीय जनाना अस्पताल में शुक्रवार अलसुबह सुबह एक नवजात बच्चा चोरी होने से बच गया। मध्य प्रदेश के ग्वालियर निवासी राजपाल फौजी की पत्नी सपना को उसके पीहर वालों ने अस्पताल में भर्ती कराया था। महिला ने बच्चे लड़के को जन्म दिया था तथा उसे न्यू गायनिक वार्ड में रखा गया था।
शुक्रवार तड़के करीब 3:27 पर सपना की अचानक नींद खुली तो उसे बच्चा गायब मिला। बच्चा नहीं मिलने से मां और उसके परिजनों ने शोर मचाते हुए तलाश शुरू कर दी। इधर वार्ड में मौजूद नर्सिंग स्टाफ को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली वह सजग हो गया। उसने स्पीकर व्यवस्था का उपयोग करते हुए माइक पर बच्चा चोरी होने का अनाउंस कर दिया। इसे सुन सभी सुरक्षा कर्मचारियों सहित अन्य भर्ती मरीजों के परिजन अलर्ट हो गए। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत अस्पताल के सभी बंद कर दिए।
स्पीकर पर संदेश सुनकर बच्चा चोर महिला पकडे जाने के डर से बच्चे को गैलरी में अकेला छोड़ कर फरार हो गई। हालांकि बच्चा चोर महिला के वार्ड में प्रवेश करने से लेकर बच्चा चोरी करते हुए बाहर गैलरी तक की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।
उस महिला ने खुद को पूरी तरह कपड़ों में ढांक रखा था, इस कारण उसकी पहचान नहीं हो सकी। बच्चा चुराने के बाद पहचान छिपाने के लिए महिला ने बच्चे के कपडे भी बदल दिए तथा अस्पताल का टैग भी हटा दिया था।
समय पर नवजात की मां की नींद नहीं खुलती और वह शोर नहीं मचाती तो बच्चा चोर महिला बच्चे को लेकर भागने में कामयाब हो जाती। बच्चा चोरी के प्रयास की इस घटना से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि बच्चा सकुशल मिल जाने से सभी ने राहत की सांस ली।
बताया जा रहा है कि आप को चुराने वाली महिला ने जिस तरह खुद को ऊपर से नीचे तक कपडों स ढंक रखा था उससे जाहिर होता है कि वह पेशेवर चोर है। हालांकि कैमरे में भी वह केवल बच्चे को उठाकर ले जाने, छोडने तथा ओढ़नी बदलती हुई कैद है। पूरे घटनाक्रम में उसका चेहरा कहीं नजर नहीं आया। गैलरी में बच्चा छोड़ने के बाद वह किस वार्ड में घुसी या किस तरफ गई इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिलने से वह गच्चा देने में सफल हो गई।
घटना के बारे में अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर नंदलाल का कहना है कि न्यू गायनिक वार्ड में बच्चा चोरी की घटना सामने आई है सुरक्षाकर्मियों स्टाफ की सजगता से बच्चा चोरी होने से बच गया। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बच्चा मिल जाने और सकुशल होने से नवजात की मां और परिजनों ने लिखित में कोई शिकायत नहीं दी है। अस्पताल ने अपने स्तर पर बच्चा चोर को पकड़ने की कवायद की लेकिन पहचान नहीं होने से कामयाबी नहीं मिली।