कोलकाता। भारत में महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल देते हुए पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि महिलाएं देश का आधार हैं। सचिन अलीपुर बॉडीगार्ड लाइन्स पर कोलकाता पुलिस स्पोर्ट्स 2017-18 के दौरान कहा कि जहां तक महिला शक्ति की बात है, मुझे लगता है कि वे भारत का आधार हैं। मुझे अभी भी याद है कि बचपन में जब मैं घर वापस आता था, मैं चाहता था कि मेरी मां मेरे लिए सबकुछ करे।
सचिन ने कहा कि हां, हम इन सब चीजों को महत्व नहीं देते। एक महिला के लिए अपने घर को संभालना और अपना काम करना सराहनीय है।
उन्होंने कहा कि हम कोलाकाता आने और यहां क्रिकेट खेलने के लिए हमेशा सुरक्षित महसूस करते थे। यहां से मेरी बेहतरीन यादें जुड़ी हुई है, यह सभी चीजें इसलिए हो पाई क्योंकि आपने (कोलकाता पुलिस) भीड़ को काबू में रखा और हमें सुरक्षित महसूस कराया।
उन्होंने आगे कहा कि हम सुरक्षित महसूस करते हैं जब आप आस-पास मौजूद होते हैं। आप लोग हरफनमौल हैं क्योंकि आप अपना काम भी करते हैं और क्रिकेट एवं अन्य खेल भी खेलते है। तेंदुलकर ने कहा कि खेल हमें वह चीजें सिखाती है जो कक्षा की पढ़ाई नही सिखा सकती।
सचिन ने कहा कि पिछले 24 से अधिक साल से मैंने क्रिकेट खेला और इसने मुझे बहुत कुछ सिखाया। हमेशा मुझे जीत नहीं मिली, कई ऐसे मौके थे जब मुझे हार झेलनी पड़ी, क्रिकेट ने मुझे अपने पैरों पर दोबारा खड़े होने और आदर्शवादी तरीके से प्रतिस्पर्धा में भाग लेना सिखाया।
सचिन ने आगे कहा कि तो यहां मैं आप सभी से कड़ी लेकिन ईमानदारी से मुकाबले में भाग लेने की अपेक्षा करता हूं। यहां महिला शक्ति को देखकर एक विशेष भावना आती है। मैं आप सभी को बहुत ही शुभकामनाएं चाहता हूं। तेंदुलकर ने दिग्गज फुटबाल खिलाड़ी पीके बनर्जी के साथ मंच साझा किया।
तेंदुलकर ने कहा कि यह वास्तव में मेरे लिए एक सम्मान की बात है। वह ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने कई पीढ़ियों को खेल खेलने और कुछ विशेष करने के लिए प्रेरित किया। अगर ऐसे हीरो नहीं होते तो चीजें एक समान नहीं होती।