

कुआलालम्पुर। कप्तान हरमनप्रीत कौर का एकमात्र संघर्ष महिला एशिया कप ट्वंटी 20 के रविवार को हुए फाइनल मुकाबले में नाकाफी साबित हुआ और अच्छी लय के बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम बांग्लादेश के हाथों तीन विकेट की शिकस्त के साथ खिताब गंवा बैठी।
भारतीय टीम को शुरूआत से ही खिताब का दावेदार माना जा रहा था लेकिन फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम ने गेंद और बल्ले से हरफनमौला खेल दिखाते हुए एशिया कप अपने नाम कर लिया। बांग्लादेश की कप्तान सलमा खातून ने टॉस जीतने के बाद भारत को पहले बल्लेबाजी का मौका दिया जो खराब प्रदर्शन के कारण निर्धारित ओवरों में नौ विकेट गंवाकर केवल 112 रन ही बना सकीं।
जबरदस्त गेंदबाज़ी के बाद बांग्लादेशी महिलाओं ने संतोषजनक बल्लेबाज़ी भी की और 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 113 रन बनाकर जीत और खिताब अपने नाम कर लिया। बंगलादेश के लिए निगार सुल्ताना ने 27 रन और रूमाना अहमद ने 23 रन बनाए।
भारतीय टीम के लिए कप्तान हरमनप्रीत ने खराब शुरूआत के बाद मध्यक्रम में अकेले दम पर संघर्ष किया और 42 गेंदों में सात चौकों की मदद से 56 रन की एकमात्र संतोषजनक पारी खेली। बल्लेबाज़ों के खराब प्रदर्शन का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि टीम की केवल चार खिलाड़ी ही दहाई के अांकड़े को छू सकीं।
भारतीय गेंदबाज़ों ने छोटे लक्ष्य का बचाव करने के लिए हालांकि काफी संघर्ष किया लेकिन बांग्लादेश ने निर्धारित ओवरों में आखिरी समय में जीत सुनिश्चित की। गेंदबाज़ पूनम यादव ने चार ओवरों में नौ विकेट पर चार विकेट की बेहतरीन गेंदबाज़ी से एक समय भारत को मुकाबले में वापिस ला दिया था।
पूनम ने बांग्लादेश के शुरूआती चार बल्लेबाज़ों शमीमा सुल्ताना (16), आयशा रहमान(17), फरगाना हक(11) और निगार सुल्ताना(27) के विकेट निकाले। वहीं हरमनप्रीत ने बल्लेबाजी के बाद गेंदबाजी में भी कप्तान की तरह प्रदर्शन किया और फहीमा खातून(नौ) और संजीदा इस्लाम(पांच) के लगातार दो विकेट निकाले लेकिन छोटे लक्ष्य के कारण फिर मैच उनके हाथों से निकल गया।
बांग्लादेश के लिए निगार ने 24 गेंदों में चार चौके लगाकर 27 और रूमाना ने 22 गेंदों में एक चौका लगाकर 23 रन बनाये। रूमाना को दीप्ति शर्मा और हरमनप्रीत ने 111 के स्कोर पर रनआउट किया लेकिन जाहानारा आलम ने एक गेंद पर नाबाद दो रन बनाकर टीम को जीत के लिए जरूरी 113 तक पहुंचाकर औपचारिकता पूरी की।
भारत की ओर से गेंदबाज़ों में पूनम चार ओवर में नौ रन पर चार विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहीं जबकि हरमनप्रीत को 19 रन पर दो विकेट मिले।
इससे पहले बल्लेबाजी में भारत की खराब शुरूआत रही और ओपनर हरमनप्रीत कौर 11 रन जबकि दूसरे छोर पर आईसीसी अंतरराष्ट्रीय प्लेयर ऑफ द ईयर चुनी गयीं स्मृति मंधाना सात रन बनाकर आउट हो गईं। दोनों स्टार बल्लेबाजों की ओपनिंग जोड़ी 12 रन ही जोड़ सकी। वहीं दीप्ति भी चार रन पर जहानारा की गेंद पर बोल्ड हुईं।
हरमनप्रीत ने एक छोर संभालते हुए 42 गेंदों में सात चौकों की आक्रामक पारी खेलकर टीम को कुछ लड़ने लायक स्कोर तक पहुंचाया। यह हरमनप्रीत का ट्वंटी 20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पांचवा अर्धशतक है। लेकिन उन्हें दूसरे छोर से मदद नहीं मिली और अनुजा पाटिल 03, वेदा कृष्णामूर्ति 11, तान्या भाटिया तीन, शिखा पांडे एक और झूलन गोस्वामी 10 रन बनाकर सस्ते में आउट हुईं।
भारतीय कप्तान टीम की नौवीं और 20वें ओवर की आखिरी गेंद पर खादिजा तुल कुबरा की गेंद पर जहांआरा को कैच कराकर आउट हुईं। हालांकि अकेले दम पर उनका हरफनमौला प्रदर्शन टीम को खिताब नहीं दिलवा सका। बांग्लादेश की ओर से खादिजा ने 23 रन और रूमाना ने 22 रन पर दो दो विकेट निकाले। सलमा खातून को 24 रन और जहांआरा को 23 रन पर एक एक विकेट मिले।
हरमनप्रीत को मैच ही नहीं बल्कि सीरीज में उनके बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत प्लेयर ऑफ द सीरीज़ का पुरस्कार मिला। बांग्लादेश की रूमाना अहमद को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।