अजमेर। राजस्थान पर्यटन निगम के अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि पेंटिंग करने एवं पेंटिंग को निहारने से मानव शरीर में नव ऊर्जा का संचार होता है। कला कलाकार के आनंद के स्नेह, प्रेम तथा आदर्श और यथार्थ को समन्वित करने वाले प्रभावोत्पादक अभिव्यक्ति है। वास्तव में कला सुंदरता की अभिव्यक्ति और समृद्धि की परिचायक है।
राठौड राजस्थान ललित कला अकादमी एवं सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय जागृति मंच की ओर से होटल खादिम में महिला चित्रकारों की दो दिवसीय प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि की हैसियत से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि निवास स्थान एवं कार्यालय में पेंटिग लगाने पर वास्तु दोष दूर होता है एवं सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लोक कलाओं कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विशेष रुचि ले रहें हैं। मार्च माह के अंतिम सप्ताह में राज्य भर में लोक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसमें स्थानीय लोक कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका दिया जाएगा!
सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय जागृति मंच की अध्यक्ष सुनीता चौहान ने बताया कि राजस्थान ललित कला अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में महिला दिवस पखवाड़े के अंतर्गत महिला चित्रकारों की प्रदर्शनी लगाई गई है। आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड एवं ललित कला अकादमी की सदस्य ममता चौहान ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी में अजमेर जिले की महिला चित्रकारों की 60 से अधिक कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं। दो दिवसीय प्रदर्शनी का अवलोकन सोमवार को सुबह 11 बजे से भी किया जा सकता है।
इस अवसर पर पूर्व विधायक डॉ राजकुमार जयपाल, राष्ट्रीय चित्रकार डॉ रमा गर्ग, कलाविद श्रीराम जेसवाल, डॉ अनुपम भटनागर, डॉ बीना पटेल, डॉ सविंदर सिंह चुग, प्रहलाद शर्मा, सचिन सखालकर, डॉ अर्चना, डॉ निहारिका राठौर, डॉ तिलक राज, डॉ ऋतु शिल्पी, प्रमोद सिंह, गीतांजलि वर्मा, महेश चौहान, अशोक बिंदल, मामराज सेन, हेमंत जोधा सहित बड़ी संख्या में चित्रकार एवं अजमेर के गणमान्यजन उपस्थित रहे।